दुर्ग: भिलाई सुपेला रेलवे क्रॉसिंग पर बन रहे अंडरब्रिज के काम की रफ्तार धीमी हो गई है. बॉक्स पुशिंग के लिए पटरी के नीचे हो रही खुदाई में बड़ा-बड़ा चट्टान सामने आ रहा है. ऐसे में बारिश से पहले बॉक्स पुशिंग की तैयारी को झटका लगने की आशंका है.
बारिश से पहले काम पूरा करने का लक्ष्य: रेलवे की ओर से सुपेला क्रॉसिंग पर अंडरब्रिज को कंप्लीट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है. इसके लिए बारिश का मौसम शुरू होने से पहले ही दोनों दिशा में बॉक्स पुशिंग का काम पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए बारिश का मौसम शुरू होने से पहले ही दोनों दिशा में बॉक्स पुशिंग का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अनुरूप गर्डर बिछाए जाने के बाद रेल पटरी के नीचे खुदाई शुरू कर दी गई है.
ऐसे काटा जा रहा चट्टान: इसके लिए पहले टाउनशिप से सुपेला आने वाले सड़क की ओर खुदाई की जा रही है. खुदाई के दौरान रेल पटरी के नीचे बड़ा सा चट्टान आ गया है. ये चट्टान बॉक्स पुशिंग में बाधा बन रहा है. इसके लिए आधुनिकतम मशीनरी का इस्तेमाल कर चट्टान को काटा जा रहा है. हालांकि इसमें भी काफी समय लग रहा है. ऐसे में ये कहना काफी मुश्किल होगा कि बारिश से पहले काम कंप्लीट होगा भी या नहीं.
हर तरफ चट्टान से बढ़ रही दिक्कतें: चट्टान की स्थिति क्लीयर नहीं होने से बॉक्स पुशिंग के लिए ब्लॉक लेने का समय तय नहीं हो पा रहा है. अभी सुपेला से टाउनशिप की दिशा में बॉक्स पुशिंग की खुदाई शुरू नहीं की गई है. माना जा रहा है कि एक तरफ खुदाई पूरी होने के बाद दूसरे तरफ का काम शुरू किया जाएगा. दूसरी तरफ भी अगर चट्टान आता है तो बारिश से पहले बॉक्स पुशिंग की तैयारी को झटका लगने की संभावना है.
कुछ ही दिनों में शुरू होगी बारिश: बारिश शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं. अगर इस दौरान दोनों दिशा में वाक्स पुशिंग पूरा नहीं होता है तो बारिश होने पर खुदाई वाली जगह पर पानी भर जाने से काम करने में काफी दिक्कत होगी. जितनी खुदाई हो चुकी रहेगी, वहां मिट्टी धसकने की संभावना भी बनी रहेगी. इससे बिछाए गए गर्डर के ऊपर से गुजरने वाली ट्रेनों के स्पीड पर इसका असर पड़ेगा. बॉक्स पुशिंग के बाद सुपेला छोर में सड़क बनाने खुदाई शुरू किया जाएगा.
ट्रेन की रफ्तार होगी कम: 20 की रफ्तार से चलाया जा रहा टेन अण्डरब्रिज निर्माण के लिए गर्डर बिछाए जाने के साथ ही सुपेला रेलवे क्रॉसिंग पर से ट्रेनों की रफ्तार अधिकतर 20 किमी प्रति घंटा तय की गई है. दोनों दिशा में गुजरने वाली सभी मालगाड़ी और यात्री ट्रेन इसी रफ्तार से चल रही है. ट्रेनों को गंतव्य तक पहुंचने में विलंब का सामना करना पड़ रहा है. दुर्ग से रायपुर की दूरी तय करने में ट्रेनों को निर्धारित से ज्यादा समय लग रहा है. अगर बारिश से पहले यहां बॉक्स पुशिंग नहीं हुई तो ट्रेनों की रफ्तार कम होगी, इससे यात्रियों की दिक्कतें बढ़ जाएगी.