दुर्ग/भिलाई: भिलाई इस्पात संयंत्र परिसर NSPCL पॉवर प्लांट- 2 में सोमवार की रात रीडिंग लेने जा रहा युवा अफसर स्लैब टूटने से पानी के टनल में गिर गया. इसकी जानकारी मिलते ही पॉवर प्लांट में हड़कंप मच गया. इसके बाद NDRF और बीएसपी की फायर ब्रिगेड टीम को सूचना दी गई. देर रात तक युवा इंजीनियर की तलाश जारी रही, बावजूद अब तक पानी में गिरे इंजीनियर जी. किशोर बाबू (उम्र 27 साल) को नहीं ढूंढा जा सका है. बीएसपी ने घटना के बाद NSPCL पावर प्लांट-2 को बंद कर दिया है.
असिस्टेंट मैनेजर किशोर बाबू कूलिंग वॉटर में वायब्रेशन की मॉनिटरिंग करने के लिए गए थे. वापसी में वे कूलिंग टॉवर वॉक से आ रहे थे. अचानक वॉक वे का स्लेप टूटा और वे ड्रेन में गिर गए. ड्रेन में 4 मीटर तक गहरा पानी है और वो बहुत तेज गति से बहता है. फिलहाल ड्रेन में उनकी तलाश जारी है. फिलहाल 9 मीटर गहरे संप का पानी भी खाली किया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, जिस टनल से वे गिरे हैं, वहां पॉवर प्लांट के लिए भारी मात्रा में पानी की सप्लाई की जाती है.
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टनल के अंदर उतरकर की जा रही तलाश
असिस्टेंट मैनेजर के टनल के अंदर गिरने की खबर फैलते ही पॉवर प्लांट में हड़कंप मच गया. पानी में गिरे अफसर की तलाश के लिए बीएसपी ने फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां बुलाईं. इसके अलावा एनडीआरएफ के गोताखोरों को भी युवा इंजीनियर की तलाश में लगाया गया है.
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पंप के खींचने का अंदेशा
NSPCL के कर्मचारियों की मानें तो टनल के अंदर बड़े-बड़े पंप लगे हुए हैं, जो पानी को तेजी के साथ खींचकर प्लांट की तरफ भेजते हैं. ऐसे में आशंका है कि अफसर के गिरने के बाद पंप द्वारा उन्हें खींच लिया गया होगा.
देर से मिली पुलिस को सूचना
अक्सर बीएसपी प्रबंधन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगते रहे हैं. इस बार भी बीएसपी ने लापरवाही बरती है, जिसका खामियाजा युवा इंजीनियर को भुगतना पड़ा है. पुलिस की मानें तो यह घटना सोमवार रात 8 बजे की है, जबकि बीएसपी प्रबंधन द्वारा पुलिस को रात 10:30 बजे सूचना दी गई. फिलहाल युवा इंजीनियर की तलाश की जा रही है.