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दुर्ग में 75 साल की बुजुर्ग महिला ने दी कोरोना को मात

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Published : May 3, 2021, 10:15 PM IST

दुर्ग जिले में कोरोना के कहर के बीच अच्छी खबर है. 75 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना को मात दे दी है. महिला शंकराचार्य कोविड केयर हॉस्पिटल में भर्ती थी. जहां से रविवार को उसे छुट्टी दे दी गई है.

75 YEAR OLD LADY WON THE FIGHT AGAINST CORONA IN DURG
दुर्ग में 75 साल की बुजुर्ग महिला ने दी कोरोना को मात

दुर्ग: प्रदेश में कोरोना के हालात चिंताजनक हैं. रायपुर के बाद दुर्ग जिले में पॉजिटिव मरीजों के आने का सिलसिला जारी है. लेकिन कोरोना से रिकवरी भी तेजी से हो रही है. ऐसी ही एक राहत भरी खबर दुर्ग के शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल से मिली है. जहां 75 साल की बुजुर्ग महिला द्रौपदी वर्मा ने कोरोना की जंग जीत ली है. परिजनों ने बताया कि महिला को पहले प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, लेकिन रिकवर नहीं हो पाई. जिसके बाद जुनवानी स्थित शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल लाया गया. जहां वह 5 दिनों में ही रिकवर हो गई. बुजुर्ग महिला जब हॉस्पिटल आई थी तो उनका ऑक्सीजन लेवल 60 और सीटी स्कोर 16 था. अब वह पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट आई हैं.

75 साल की बुजुर्ग महिला ने जीती कोरोना से जंग

दुर्ग के मोरिद में रहने वाली द्रौपदी वर्मा 75 वर्ष ने कोरोना से जंग जीत ली है. उनके पुत्र एडवोकेट एलबी वर्मा ने बताया कि मां मोरिद गांव में रहती है. गांव में संक्रमण फैला हुआ है. इस दौरान वह भी कोरोना संक्रमित हो गई. संक्रमित होने के बाद पहले नजदीक के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां पर सीटी स्कैन से लेकर अन्य कई तरह के जांच किए गए. मरीज का सीटी स्कोर 16 आया था और आक्सीजन लेवल 80 था, लेकिन दिन ब दिन स्थिति खराब होते देख उसे सरकारी अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा.

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शंकराचार्य कोविड केयर में चल रहा था इलाज

बुजुर्ग महिला को शंकराचार्य कोविड केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने पूरा ख्याल रखा. सोमवार को चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि महिला पूरी तरह स्वस्थ्य है. अब उसे घर ले जा सकते हैं. जिसके बाद बुजुर्ग महिला को घर लाया गया है. शंकराचार्य कोविड सेंटर की प्रभारी डॉ. सुगम सावंत ने बताया कि कोविड के प्रोटोकाल के मुताबिक आक्सीजन लेवल 94 से गिरते ही हॉस्पिटल में भर्ती होने की सलाह दी जाती है. हॉस्पिटल में आक्सीजन के साथ ही मेडिसीन भी प्लान किए जाते हैं. कोविड केयर में मरीजों के हौसले बढ़ाने का भी काम किया जाता है. जिससे मरीज को जल्द ठीक होने में राहत मिलती है.

जिले में बढ़ा रिकवरी रेट

जिले में हर रोज एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. लेकिन जिले में मरीजों की रिकवरी रेट में काफी सुधार देखा जा रहा है. इसके चलते प्रशासन ने लगातार सैंपलिंग बढ़ाई है. हर दिन औसत 3 हजार 500 से ज्यादा सैंपल लिए जा रहे हैं. संक्रमितों के आस-पास अन्य मरीजों की ट्रेसिंग भी की जा रही है, लेकिन संक्रमण की दर अब भी तय मानक 5 प्रतिशत से ज्यादा है. जो चिंता का विषय बना हुआ है. रविवार को आकंड़े में कमी आई है, रविवार को जारी आकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में 2528 सैंपल लिए गए. जिसमें 795 पॉजिटिव पाए गए. 1 हजार 3 मरीज रिकवर भी हुए हैं. जिले में केवल 3 लोगों की मौत ही कोरोना से हुई है.

दुर्ग: प्रदेश में कोरोना के हालात चिंताजनक हैं. रायपुर के बाद दुर्ग जिले में पॉजिटिव मरीजों के आने का सिलसिला जारी है. लेकिन कोरोना से रिकवरी भी तेजी से हो रही है. ऐसी ही एक राहत भरी खबर दुर्ग के शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल से मिली है. जहां 75 साल की बुजुर्ग महिला द्रौपदी वर्मा ने कोरोना की जंग जीत ली है. परिजनों ने बताया कि महिला को पहले प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, लेकिन रिकवर नहीं हो पाई. जिसके बाद जुनवानी स्थित शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल लाया गया. जहां वह 5 दिनों में ही रिकवर हो गई. बुजुर्ग महिला जब हॉस्पिटल आई थी तो उनका ऑक्सीजन लेवल 60 और सीटी स्कोर 16 था. अब वह पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट आई हैं.

75 साल की बुजुर्ग महिला ने जीती कोरोना से जंग

दुर्ग के मोरिद में रहने वाली द्रौपदी वर्मा 75 वर्ष ने कोरोना से जंग जीत ली है. उनके पुत्र एडवोकेट एलबी वर्मा ने बताया कि मां मोरिद गांव में रहती है. गांव में संक्रमण फैला हुआ है. इस दौरान वह भी कोरोना संक्रमित हो गई. संक्रमित होने के बाद पहले नजदीक के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां पर सीटी स्कैन से लेकर अन्य कई तरह के जांच किए गए. मरीज का सीटी स्कोर 16 आया था और आक्सीजन लेवल 80 था, लेकिन दिन ब दिन स्थिति खराब होते देख उसे सरकारी अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा.

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शंकराचार्य कोविड केयर में चल रहा था इलाज

बुजुर्ग महिला को शंकराचार्य कोविड केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने पूरा ख्याल रखा. सोमवार को चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि महिला पूरी तरह स्वस्थ्य है. अब उसे घर ले जा सकते हैं. जिसके बाद बुजुर्ग महिला को घर लाया गया है. शंकराचार्य कोविड सेंटर की प्रभारी डॉ. सुगम सावंत ने बताया कि कोविड के प्रोटोकाल के मुताबिक आक्सीजन लेवल 94 से गिरते ही हॉस्पिटल में भर्ती होने की सलाह दी जाती है. हॉस्पिटल में आक्सीजन के साथ ही मेडिसीन भी प्लान किए जाते हैं. कोविड केयर में मरीजों के हौसले बढ़ाने का भी काम किया जाता है. जिससे मरीज को जल्द ठीक होने में राहत मिलती है.

जिले में बढ़ा रिकवरी रेट

जिले में हर रोज एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. लेकिन जिले में मरीजों की रिकवरी रेट में काफी सुधार देखा जा रहा है. इसके चलते प्रशासन ने लगातार सैंपलिंग बढ़ाई है. हर दिन औसत 3 हजार 500 से ज्यादा सैंपल लिए जा रहे हैं. संक्रमितों के आस-पास अन्य मरीजों की ट्रेसिंग भी की जा रही है, लेकिन संक्रमण की दर अब भी तय मानक 5 प्रतिशत से ज्यादा है. जो चिंता का विषय बना हुआ है. रविवार को आकंड़े में कमी आई है, रविवार को जारी आकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में 2528 सैंपल लिए गए. जिसमें 795 पॉजिटिव पाए गए. 1 हजार 3 मरीज रिकवर भी हुए हैं. जिले में केवल 3 लोगों की मौत ही कोरोना से हुई है.

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