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तेंदूपत्ता तोड़ने का काम शुरू होने से खिले ग्रामीणों के चेहरे

धमतरी में तेंदूपत्ता तोड़ने का काम शुरू हो गया है. इस साल क्षेत्र में तेंदूपत्ते का उत्पादन अधिक होने से ग्रामीणों के चेहरे पर इसे लेकर खुशी साफ देखी जा सकती है. तेंदूपत्ता तोड़ने वाले इसे माली हालत को ठीक करने का बेहतर जरिया बता रहे हैं.

People plucking  Tendu leaf
तेंदूपत्ता तोड़ते लोग
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Published : May 8, 2020, 3:04 PM IST

Updated : May 8, 2020, 4:01 PM IST

धमतरी: कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से भले ही दूसरे काम थम से गए हो, लेकिन अब हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता को तोड़ने का काम शुरू होने से वनवासियों के चेहरे में खुशी झलक रही है. धमतरी में तेंदूपत्ता तोड़ाई का काम इन दिनों जोरों पर है. तकरीबन एक माह तक चलने वाले इस काम से जहां वनवासी इलाके के हजारों लोगों को रोजगार मिलता है, वहीं वन महकमे को भी खासी आमदनी हो जाती है.

तेंदूपत्ता संग्रहण का काम शुरू

SPECIAL: वर्ल्ड रेड क्रॉस डे, ब्लड बैंक पर भी पड़ा कोरोना वायरस इफेक्ट
जिले के वनांचल क्षेत्र में तेंदूपत्ता का बंपर उत्पादन होता है. आदिवासी संग्राहकों को गर्मी के दो महीने में काम और पर्याप्त राशि मिल जाती है. इस सीजन मे वन विभाग ने करीब 27 हजार 300 मानक बोरे तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य रखा है. जिसे 26 वन समितियों के जरिए 237 फड़ों मे इकट्ठा किया जा रहा है. इस बार शासन की ओर से 4 हजार रूपये प्रति मानक बोरा के हिसाब से रेट तय किया गया है.

Tendu leaf plucking started in dhamtari
तेंदूपत्ता संग्रह करते लोग
तेंदूपत्ता की तोड़ाई करने वाले मजदूर इससे काफी खुश हैं और इसे अपनी माली हालत को ठीक करने का बेहतर जरिया बता रहे हैं, उनकी मानें तो एक महीने की कमाई और सरकार से मिले लाभांश ही उनकी सालभर की पूंजी है.

सबसे उम्दा किस्म की होती है पैदावार

सूबे में सबसे उम्दा किस्म के तेंदूपत्ता की पैदावार धमतरी वनमंडल में होती है. वन महकमें के अफसरों के मुताबिक तेंदूपत्ता संग्रहण से अच्छी खासी आमदनी हो जाती है. मई महीने के आखिर तक चलने वाले इस काम से हर साल की तरह मात्र एक रुपए रखकर बाकी आमदनी को लाभांश के रुप मे हितग्राहियों को बांट दिया जाएगा. फिलहाल संग्राहक जिस रफ्तार से तेंदूपत्ता तोड़ने और संग्रहण के कार्य में जुटे हुए हैं, इससे लगता है कि जल्द ही लक्ष्य के करीब तेंदूपत्ता संग्रहण कर लिया जाएगा.

धमतरी: कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से भले ही दूसरे काम थम से गए हो, लेकिन अब हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता को तोड़ने का काम शुरू होने से वनवासियों के चेहरे में खुशी झलक रही है. धमतरी में तेंदूपत्ता तोड़ाई का काम इन दिनों जोरों पर है. तकरीबन एक माह तक चलने वाले इस काम से जहां वनवासी इलाके के हजारों लोगों को रोजगार मिलता है, वहीं वन महकमे को भी खासी आमदनी हो जाती है.

तेंदूपत्ता संग्रहण का काम शुरू

SPECIAL: वर्ल्ड रेड क्रॉस डे, ब्लड बैंक पर भी पड़ा कोरोना वायरस इफेक्ट
जिले के वनांचल क्षेत्र में तेंदूपत्ता का बंपर उत्पादन होता है. आदिवासी संग्राहकों को गर्मी के दो महीने में काम और पर्याप्त राशि मिल जाती है. इस सीजन मे वन विभाग ने करीब 27 हजार 300 मानक बोरे तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य रखा है. जिसे 26 वन समितियों के जरिए 237 फड़ों मे इकट्ठा किया जा रहा है. इस बार शासन की ओर से 4 हजार रूपये प्रति मानक बोरा के हिसाब से रेट तय किया गया है.

Tendu leaf plucking started in dhamtari
तेंदूपत्ता संग्रह करते लोग
तेंदूपत्ता की तोड़ाई करने वाले मजदूर इससे काफी खुश हैं और इसे अपनी माली हालत को ठीक करने का बेहतर जरिया बता रहे हैं, उनकी मानें तो एक महीने की कमाई और सरकार से मिले लाभांश ही उनकी सालभर की पूंजी है.

सबसे उम्दा किस्म की होती है पैदावार

सूबे में सबसे उम्दा किस्म के तेंदूपत्ता की पैदावार धमतरी वनमंडल में होती है. वन महकमें के अफसरों के मुताबिक तेंदूपत्ता संग्रहण से अच्छी खासी आमदनी हो जाती है. मई महीने के आखिर तक चलने वाले इस काम से हर साल की तरह मात्र एक रुपए रखकर बाकी आमदनी को लाभांश के रुप मे हितग्राहियों को बांट दिया जाएगा. फिलहाल संग्राहक जिस रफ्तार से तेंदूपत्ता तोड़ने और संग्रहण के कार्य में जुटे हुए हैं, इससे लगता है कि जल्द ही लक्ष्य के करीब तेंदूपत्ता संग्रहण कर लिया जाएगा.

Last Updated : May 8, 2020, 4:01 PM IST
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