धमतरी: डाक विभाग के ग्रामीण इलाकों में काम करने वाले कर्मचरियों ने काम बंद कर हड़ताल शुरु कर दिया है. डाक कर्मचारियों के काम बंद करने से चिट्ठी पत्री के वितरण और एकाउंटिंग के काम प्रभावित होने लगे हैं. नाराज कर्मचारियों की मांग है कि उनको कमलेश चंद्र कमेटी की सिफारिशों का लाभ नहीं मिल रहा है जो दिया जाना चाहिए. नाराज कर्मचारियों ने धमतरी के मुख्य डाकघर पर प्रदर्शन कर सरकार से सात सूत्री मांगों को पूरा करने की बात कही है. हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा. कर्मचारियों के आंदोलन के चलते लेटर गांव देहातों नहीं बंट पा रहे हैं.
समान काम समान वेतन की मांग: नाराज कर्मचारियों का कहना है कि अग्रेजों के जमाने से जो नियम चले आ रहे हैं उसी का पालन आज भी हो रहा है. अस्थायी कर्मचारियों को 8 घंटे की ड्यूटी की जगह उनसे ज्यादा काम लिया जा रहा है. अस्थायी डाककर्मियों का कहना है कि कमलेश चंद्र कमेटी की सिफारिशों को लागू किया जाना चाहिए. ग्रैज्यूटी और छु्ट्टी जैसे तमाम सुविधाएं जो स्थायी कर्मचारियों को मिल रही है वो सुविधा उनको भी मिलनी चाहिए. डाक सेवक को पेंशन का लाभ भी दिया जाना चाहिए. कर्मचारियों का आरोप है कि काम के दौरान उनको प्रताड़ित भी किया जाता है. शिकायत के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होती है.
हड़ताल के चलते चिट्ठी नहीं बंट रही: अपनी सात सूत्रीय मांगों पर अड़े कर्मचारियों का कहना कि समान काम समान वेतन की मांग करना गलत नहीं है. अफसरों को चाहिए कि वो उनकी समान काम समान वेतन की मांग को पूरा करें. कर्मचारियों का आरोप है कि जो काम स्थायी कर्मचारी करते हैं उनका वेतन उनसे दोगुना ज्यादा है. ऐसे में वो कैसे काम कर पाएंगे. नाराज कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगे पूरी नहीं होती तो आंदोलन जारी रखेंगे.