धमतरी: कुरुद जनपद पंचायत में आयोजित समान्य सभा हंगामें से भरा हुआ था. बीजेपी के साथ ही सत्ता में बैठी कांग्रेस के भी जनपद सदस्य सभा छोड़कर सभाकक्ष से बाहर निकल गए. सभी अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण जनपद सदस्य नाराज थे. पूर्व में पारित प्रस्तावों पर अमल नहीं होने और अधिकांश विभाग के अधिकारियों को अनुपस्थित देख सदस्यों ने समान्य सभा की बैठक का बहिष्कार कर दिया है.
सदस्य सभा छोड़कर सभाकक्ष के बाहर व्यवस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. करीब दो महीने बाद शुक्रवार को जनपद पंचायत कुरुद में समान्य प्रशासन की बैठक आयोजित की गई थी. निर्धारित समय में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सभापति और जनपद सदस्य सभाकक्ष में पहुंच गए. सीईओ और दो-तीन विभाग के निचले कर्मचारियों को छोड़कर अधिकांश जिम्मेदार अफसरों सभा में नहीं पहुंचे थे. ऐसे में सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया.
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पूर्व के प्रस्ताव जस के तस
सभापति धनेश्वरी (स्वच्छता विभाग) साहू ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद 29 में से 5-7 विभाग के छोटे कर्मचारी ही पहुंचे थे. दो महीने पहले हुई बैठक में पारित प्रस्तावों पर आज तक अमल नहीं हुआ है. इस संबंध में सीईओ और अध्यक्ष भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं. सभापति धनेश्वरी साहू ने बताया कि हितग्राहियों के लंबित पेंशन और मनरेगा भुगतान के लिए अधिकारी से कई बार निवेदन कर चुके हैं. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
बैठक से नदारद थे अधिकारी
पूर्व की बैठक में सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार होने की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. अधिकारी जनप्रतिनिधियों की बात सुनने की जगह मनमानी कर रहे हैं. वहीं इस संबंध में जनपद पंचायत कुरुद की अध्यक्ष शारदा लोकनाथ साहू ने जनपद सदस्यों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि जनपद सदस्य जनता की समस्या को लगातार अधिकारियों को बता रहे हैं. उसके बाद भी अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. साथ ही सामान्य सभा की बैठक में भी अधिकारी नदारद रहते हैं.
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जनपद सीईओ सत्यनारायण वर्मा का कहना है कि सामान्य सभा का आयोजन किया गया था. सभी उपस्थित थे, लेकिन वन विभाग के किसी अधिकारी के आने की सूचना पर मीटिंग में उपस्थित वन विभाग के कर्मचारी चले गए. जिसको लेकर सदस्यों ने नाराजगी जताई. संबंधित अधिकारियों से सवाल जवाब किया जाना था. बैठक में नाराजगी की वजह रखनी थी.