धमतरी: धमतरी में अधिकारी कर्मचारियों ने शासन के उस आदेश पर नाराजगी जताई है. जिसके तहत 5 दिन की हड़ताल के बाद 5 दिनों का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है. अधिकारी कर्मचारियों ने सोमवार को लंच ब्रेक के दौरान कलेक्टोरेट के सामने प्रदर्शन किया. शासन के आदेश की प्रतियां जला दी. जिस जगह ये प्रदर्शन किया गया वो प्रतिबंधित क्षेत्र है. हमेशा धारा 144 लागू रहती है. शासकीय अधिकारियों ने कहा कि शासन जितना हमे दबाएगी हम उतना ही लड़ेंगे. इधर कलेक्टर ने प्रदर्शन के तरीके और स्थान को लेकर आपत्ति जताई है.
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वेतन कटौती आदेश की प्रतियां जलाई: छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन धमतरी के जिला संयोजक मुकेश पांडेय के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. इस दौरान पांच दिवसीय सामूहिक अवकाश का वेतन काटने को लेकर आदेश की प्रतियां जलाई गई, जिसमें फेडरेशन के पदाधिकारी विभिन्न संगठनों के जिलाध्यक्ष और कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे.
शासन के आदेश से डरने वाले नहीं: वहीं अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के जिला संयोजक मुकेश पांडेय ने कहा कि "शासन के आदेश से हम डरने वाले नहीं हैं. 2006 के बाद से 323 आंदोलन हो चुके हैं. इस दौरान कभी भी किसी अधिकारी कर्मचारी का वेतन नहीं कटा है. इसलिए आदेश की कॉपी जलाई गई है. 22 अगस्त से प्रदेशभर के अधिकारी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. इससे शासकीय काम ठप हो जाएंगे. सरकार को अभी मौका है कि 15 अगस्त को हमारी मांगे पूरी कर दे."
कलेक्टर ने जताई आपत्ति: इस मामले में प्रदर्शन के तरीके और स्थान को लेकर आपत्ति भी सामने आई है. धमतरी कलेक्ट्रेट के गेट के सामने किसी भी प्रकार के भीड़ भाड़ जुटाने और प्रदर्शन पर प्रतिबंध है. इसके बावजूद सरकारी कर्मचारियों ने इस प्रतिबंध का उल्लंघन किया है. जिस पर कलेक्टर ने कड़ी आपत्ति जताई है.