धमतरी : 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की ओर से लगाई गई इमरजेंसी के विरोध में बीजेपी इस दिन को ब्लैक डे के रूप में मना रही है. बीजेपी ने इसी बहाने कांग्रेस को घेरने की कोशिश की है. धमतरी में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इमरजेंसी को देश के लिए काला दिन बताया है, तो वहीं जिला पंचायत सदस्य के साथ हुई मारपीट की घटना को शर्मनाक बताते हुए निंदा की.
रामविचार नेताम ने कहा कि, '43 साल पहले लोकतंत्र का जो गला घोंटा गया था, नई पीढ़ी को उसे जानने की जरुरत है'. रामविचार नेताम ने यह भी कहा कि 'छत्तीसगढ़ राज्य में जिस तरह से कारनामें हो रहे हैं, वह 1975 की इमरजेंसी जैसे काले दिन को याद दिलाता है. प्रदेश में अब लोकतंत्र की हत्या की जा रही है'. उन्होंने आरोप लगाया कि, 'नगरीय निकाय, पंचायत चुनाव में भी खरीद-फरोख्त का सहारा लेकर माफिया राज को बढ़ावा दिया जा रहा है. माफिया को सत्ताधारी दल का खुला संरक्षण मिला हुआ है'.
सड़क से लेकर संसद तक की लड़ाई
रामविचार नेताम ने कहा कि, 'आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधि को खनन माफिया ने बुरी तरह पीटा था, जो कि बेहद निंदनीय है. इस घटना से जुड़े आरोपियों की पूरी तरह गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. अगर नहीं होती तो भाजपा संगठन सड़क से लेकर संसद तक की लड़ाई लड़ेगा'.
खूबलाल ध्रुव से की मुलाकात