धमतरी: धमतरी में मनरेगा कर्मियों के नाम की फर्जी हाजरी लगाकर पैसा गबन करने के विरोध में आज भारी संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे हैं. इस दौरान भारी संख्या में ग्रामीण महिला और पुरुष मौजूद रहे. ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें रोजगार सहायक, उप सरपंच सहित सभी मेट शामिल हैं.
जानिए पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला धमतरी के कुरूद इलाके का है. यहां सिवनीकला के ग्रामीण भारी संख्या में सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां कलेक्टर के नाम का ज्ञापन सौंपा. साथ ही रोजगार गारंटी में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि सिवनीकला में ग्राम सभा का आयोजन शुक्रवार को हुआ था. इसमें रोजगार सहायक, उपसरपंच समेत सभी मेटों ने आपस में मिलीभगत कर रोजगार गारंटी में फर्जी हाजरी लगाकर पैसा गबन किया है. इसकी निष्पक्ष जांच की जाए. साल 2021-22 और 2023-24 में घोटाला किया गया.
ग्रामीणों का आरोप: ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक ने अपनी पत्नि का भी फर्जी हाजिरी डाला है, जो कि एक शिक्षिका हैं. उनका रजिस्टर में एक ही तारीख में दोनों जगह उपस्थिति दर्ज है, जो कि गलत है. उपसरपंच एक सप्ताह के लिए भोपाल गए थे. उसी दिन उपसरपंच का एक सप्ताह का फर्जी हाजरी डाला गया है. सभी मेटो ने अपनी खुद की हाजरी लेवर में और मेट पर्ची में लगा रखा है. जबकि एक आदमी एक ही जगह काम कर सकता है. सभी मेट ने अपने परिवार का पूरा फर्जी तरीके से हाजरी डाला है. इतना ही नहीं ऑनलाइन भी फर्जी हाजिरी दर्ज है.
"गरीब मजदूर 2023-24 में मात्र 20 दिन काम किए हैं. सभी मेटो ने अपने-अपने परिवार और पहचान वालों का 35 से 40 दिन का फर्जी हाजिरी डाला गया है. कई विद्यार्थी जो नर्सिंग कोर्स व अन्य पढ़ाई करती है, उसका भी फर्जी हाजिरी डाला गया है. इस तरह इन सभी मेटो और रोजगार सहायक व उपसरपंच ने मिलकर फर्जी हाजरी डालकर गरीबों का रकम को गबन किया है, जिसका खुलासा ग्रामसभा में हुआ है." - ग्रामीण
"ग्रामीणों का आवेदन प्राप्त हुआ है. जांच के लिए सीईओ जिला पंचायत को भेजा गया है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस पर कार्रवाई की जाएगी." -रामकुमार कृपाल, संयुक्त कलेक्टर
ग्रामीणों की मांग: ग्रामीणों की मांग है कि सभी से रकम की वसूली की जाए. सभी मेटों का आईडी निरस्त कर पद मुक्त किया जाए. जांच कर दोषी पर मामला दर्ज किया जाए. वहीं, मामले में अपराध कायम किया जाए.