धमतरी: मंगलवार को धमतरी के दोनर गांव में बड़ा सड़क हादसा हो गया. एक ट्रक के चपेट में आने से बाइक सवार शिक्षक की दर्दनाक मौत हो गई. सड़क हादसा में शिक्षक की मौत के बाद बड़ा हंगामा हुआ. घटना के तुरंत बाद लोग इकट्ठे हो गए और मौके पर चक्का जाम कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार और पुलिस वालों की समझाइश के बाद लोग शांत हुए. मृतक शिक्षक की पहचान रामचंद साहू के रूप में हुई है.
सड़क हादसे को लेकर भाजपा का हंगामा: भाजपा ने सड़क हादसे को लेकर धमतरी सिहावा स्टेट हाइवे पर चक्का जाम कर दिया. धमतरी विधायक रंजना साहू और तमाम भाजपाई बीच सड़क पर बैठ कर नारेबाजी करने लगे. भाजपाई रेत के अवैध उत्खनन पर फौरन कार्रवाई और खराब सड़कों को तुरंत ठीक कराने की मांग पर अड़े रहे. मौके पर पहुंचे जिला खनिज अधिकारी को भी भाजपाइयो ने जमकर खरी खोटी सुनाई. करीब 3 घण्टे के बाद खदानों में जांच के लिए एक समिति बनाने का बात भाजपाई राजी हुए.
भाजपा विधायक और जिलाध्यक्ष का धरना: प्रदर्शन पर बैठी विधायक रंजना साहू, जिलाध्यक्ष शशि पवार भी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैछ गए. भाजपाइयों का कहना है कि "छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को नहीं दिखाई देता है और ना ही सुनाई देता है. कोलियारी खरेंगा मार्ग जर्जर हो गई है, जिसकी मरम्मत की मांग कई बार की गई है. बड़े ट्रकों के चलने से रोड खराब हो गया है. जिससे दुर्घटनाएं होती है. सरकार जब तक रोड नहीं बनाती है, तब तक आंदोलन किया जाएगा."
खदानों में जांच के लिए बनेगी समिति: मिली जानकारी के अनुसार, इस समिति में अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा. साथ ही खराब सड़कों की मरम्मत के आदेश दिए गए हैं. वहीं धमतरी के खनिज अधिकारी बजरंग पैकरा का कहना है कि अवैध उत्खनन पर कार्रवाई जारी है. इसके बाद भाजपाईयों ने सड़क खाली किया. इस जाम के कारण दोनों तरफ बड़ी संख्या में गाड़िया फंसी रही. 3 घण्टे तक गर्मी और उमस के कारण लोग परेशान होते रहे.
"अर्जुनी थाना क्षेत्र के ग्राम दोनर में हाईवे की चपेट में आने से कातलबोड़ निवासी बाइक चालक 37 वर्षीय रामचंद्र साहू की मौत हुई है. घटना के बाद से हाइवा चालक फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस मामले की जांच कर रही है." - केके बाजपेई, डीएसपी, धमतरी
धमतरी में अवैध रेत उत्खनन और खराब सड़कों के नाम पर हंगामे का यह पहला मामला नहीं है. इसी समस्या को लेकर पहले भी आंदोलन हो चुका है. बहरहाल देखना होगा कि इस बवाल के बाद प्रशासन क्या समाधान निकालती है.