धमतरी: साहू समाज की 29 वर्षीय मनीषा साहू जैन साध्वी के रूप में दीक्षा लेने जा रही हैं. 28 नवम्बर को रायपुर के जैन दादा बाड़ी में मनीषा दीक्षा ग्रहण (Dhamtari manisha sahu will become Jain Sadhvi) करेंगी. प्रदेश में शायद यह पहला मौका होगा, जब साहू समाज की कोई युवती जैन समाज में दीक्षा ग्रहण कर संयम के मार्ग पर चलेगी. परिवार के साथ साहू समाज ने भी मनीषा के फैसले का सम्मान कर अपनी स्वीकृति दी है. अब वह अपने गुरुणी विजयराज की उपस्थिति में साध्वी की दीक्षा लेंगी. Raipur latest news
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बचपन से ही धार्मिक कार्यों में है रुचि: मनीषा साहू ने बताया कि "पढ़ लिखकर डॉक्टर बनना चाहती थी. लेकिन लॉकडाउन के बाद जब जैन दर्शन और जैन सिद्धातों को समझा, तब इसके प्रति रुचि बढ़ती गई. फिर अध्यात्म मार्ग को चुन लिया. परिवार वालों ने समझाया कि यह राह बहुत कठिन है, लेकिन अपने निर्णय पर अडिग हूं."
नेकी की राह पर जाने से खुश हैं परिजन: पिता मिथलेश साहू पेशे से किसान और राइस मिल संचालक हैं. परिवार में कुल 8 सदस्य हैं. दो बेटियां है व एक बेटा है, जिनमें मनीषा बड़ी बेटी है. जब मनीषा ने 2 साल पहले साध्वी बनने की इच्छा जाहिर की, तब सब हैरान रह गए थे. पिता ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन बेटी के निर्णय के आगे उन्हें झुकना पड़ा. उन्होंने बताया कि "बेटी नेक कार्य के लिए जा रही है, इसलिए परिवार खुश है."