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धमतरी की मनीषा साहू बनेंगी जैन साध्वी, साध्वियों के प्रवचन सुनकर संयम का मार्ग चुना - नगरी वनांचल क्षेत्र के सांकरा

Raipur latest news धमतरी जिले के नगरी वनांचल क्षेत्र की सांकरा निवासी 29 वर्षीय मनीषा साहू जैन साध्वी के रूप में दीक्षा लेने जा रही हैं. 28 नवम्बर को रायपुर के जैन दादा बाड़ी में मनीषा दीक्षा ग्रहण करेंगी.

Dhamtari manisha sahu will become Jain Sadhvi
धमतरी की मनीषा साहू बनेगी जैन साध्वी
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Published : Nov 14, 2022, 7:27 PM IST

धमतरी: साहू समाज की 29 वर्षीय मनीषा साहू जैन साध्वी के रूप में दीक्षा लेने जा रही हैं. 28 नवम्बर को रायपुर के जैन दादा बाड़ी में मनीषा दीक्षा ग्रहण (Dhamtari manisha sahu will become Jain Sadhvi) करेंगी. प्रदेश में शायद यह पहला मौका होगा, जब साहू समाज की कोई युवती जैन समाज में दीक्षा ग्रहण कर संयम के मार्ग पर चलेगी. परिवार के साथ साहू समाज ने भी मनीषा के फैसले का सम्मान कर अपनी स्वीकृति दी है. अब वह अपने गुरुणी विजयराज की उपस्थिति में साध्वी की दीक्षा लेंगी. Raipur latest news

धमतरी की मनीषा साहू ने संयम का मार्ग चुना
बी फार्मा (आयुर्वेद) की छात्रा है मनीषा साहू: धमतरी जिले के नगरी वनांचल क्षेत्र के सांकरा निवासी मनीषा साहू बी फार्मा (आयुर्वेद) की छात्रा है. वह लॉकडाउन के दौरान दुर्ग में रहकर बी फार्मा की पढ़ाई कर रही थी. इस दौरान जैन मंदिर में जाकर प्रवचन सुना करती थी. जैन साधु साध्वी बनने के लिए किसी भी जाति या समाज का सदस्य होना आवश्यक नहीं है. हर कोई इस संयम की राह को अपना सकता है. ऐसे में उनकी भी इच्छा हुई कि वह संयम पथ की ओर आगे बढ़ सकती है. इसलिए उन्होंने वैराग्य शतक की पढ़ाई भी पूरी कर ली है.

यह भी पढ़ें: धमतरी जज विनोद कुमार की पहल से कई परिवार टूटने से बचे, बुजुर्ग महिला को मिला सहारा


बचपन से ही धार्मिक कार्यों में है रुचि: मनीषा साहू ने बताया कि "पढ़ लिखकर डॉक्टर बनना चाहती थी. लेकिन लॉकडाउन के बाद जब जैन दर्शन और जैन सिद्धातों को समझा, तब इसके प्रति रुचि बढ़ती गई. फिर अध्यात्म मार्ग को चुन लिया. परिवार वालों ने समझाया कि यह राह बहुत कठिन है, लेकिन अपने निर्णय पर अडिग हूं."

नेकी की राह पर जाने से खुश हैं परिजन: पिता मिथलेश साहू पेशे से किसान और राइस मिल संचालक हैं. परिवार में कुल 8 सदस्य हैं. दो बेटियां है व एक बेटा है, जिनमें मनीषा बड़ी बेटी है. जब मनीषा ने 2 साल पहले साध्वी बनने की इच्छा जाहिर की, तब सब हैरान रह गए थे. पिता ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन बेटी के निर्णय के आगे उन्हें झुकना पड़ा. उन्होंने बताया कि "बेटी नेक कार्य के लिए जा रही है, इसलिए परिवार खुश है."

धमतरी: साहू समाज की 29 वर्षीय मनीषा साहू जैन साध्वी के रूप में दीक्षा लेने जा रही हैं. 28 नवम्बर को रायपुर के जैन दादा बाड़ी में मनीषा दीक्षा ग्रहण (Dhamtari manisha sahu will become Jain Sadhvi) करेंगी. प्रदेश में शायद यह पहला मौका होगा, जब साहू समाज की कोई युवती जैन समाज में दीक्षा ग्रहण कर संयम के मार्ग पर चलेगी. परिवार के साथ साहू समाज ने भी मनीषा के फैसले का सम्मान कर अपनी स्वीकृति दी है. अब वह अपने गुरुणी विजयराज की उपस्थिति में साध्वी की दीक्षा लेंगी. Raipur latest news

धमतरी की मनीषा साहू ने संयम का मार्ग चुना
बी फार्मा (आयुर्वेद) की छात्रा है मनीषा साहू: धमतरी जिले के नगरी वनांचल क्षेत्र के सांकरा निवासी मनीषा साहू बी फार्मा (आयुर्वेद) की छात्रा है. वह लॉकडाउन के दौरान दुर्ग में रहकर बी फार्मा की पढ़ाई कर रही थी. इस दौरान जैन मंदिर में जाकर प्रवचन सुना करती थी. जैन साधु साध्वी बनने के लिए किसी भी जाति या समाज का सदस्य होना आवश्यक नहीं है. हर कोई इस संयम की राह को अपना सकता है. ऐसे में उनकी भी इच्छा हुई कि वह संयम पथ की ओर आगे बढ़ सकती है. इसलिए उन्होंने वैराग्य शतक की पढ़ाई भी पूरी कर ली है.

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बचपन से ही धार्मिक कार्यों में है रुचि: मनीषा साहू ने बताया कि "पढ़ लिखकर डॉक्टर बनना चाहती थी. लेकिन लॉकडाउन के बाद जब जैन दर्शन और जैन सिद्धातों को समझा, तब इसके प्रति रुचि बढ़ती गई. फिर अध्यात्म मार्ग को चुन लिया. परिवार वालों ने समझाया कि यह राह बहुत कठिन है, लेकिन अपने निर्णय पर अडिग हूं."

नेकी की राह पर जाने से खुश हैं परिजन: पिता मिथलेश साहू पेशे से किसान और राइस मिल संचालक हैं. परिवार में कुल 8 सदस्य हैं. दो बेटियां है व एक बेटा है, जिनमें मनीषा बड़ी बेटी है. जब मनीषा ने 2 साल पहले साध्वी बनने की इच्छा जाहिर की, तब सब हैरान रह गए थे. पिता ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन बेटी के निर्णय के आगे उन्हें झुकना पड़ा. उन्होंने बताया कि "बेटी नेक कार्य के लिए जा रही है, इसलिए परिवार खुश है."

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