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Boycotting Elections In Dhamtari: धमतरी के चारभाठा गांव में चुनाव बहिष्कार की लोगों ने दी धमकी, जानिए किस वजह से नाराज हैं ग्रामीण ?

Boycotting Elections In Dhamtari:धमतरी के चारभाठा गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है. दरअसल, ग्रामीणों का आरोप है कि सालों से गांव में रेत खदान का संचालन करने वाले लोग ग्रामीणों से मारपीट और गुंडागर्दी करते हैं. मंगलवार को ग्रामीणों ने विरोध में कलेक्ट्रेट का घेराव कर चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है.

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 25, 2023, 6:29 PM IST

Boycotting Elections In Dhamtari
चारभाठा में चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

धमतरी: धमतरी के चारभाठा गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. दरअसल, ये ग्रामीण गांव में चल रहे रेत खदान को बंद करने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि रेत खादान संचालक ग्रामीणों के साथ न सिर्फ गुंडागर्दी करते हैं बल्कि मारपीट भी करते हैं. मंगलवार को विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध में जमकर नारेबाजी भी की. साथ ही ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर चुनाव बहिष्कार करने की बात कही है.

दरअसल मंगलवार को भारी संख्या में चारभाठा के ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्टोरेट पहुंचे. यहां ग्रामीणों को पुलिस ने रोक लिया. ग्रामीणों ने इस दौरान प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों की मांग है कि गांव में रेत खदान बंद किया जाए. नहीं तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

चुनाव बहिष्कार की चेतावनी: गांव के सरपंच धरम चंद साहू ने बताया कि, "हमारे रेत खदान चारभाठा गांव का वार्षिक अध्ययन रिपोर्ट 2020 2021 एवं 2022 ग्राम पंचायत को नहीं सौंपा गया है. रेत खदान संचालक की ओर से वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत एक भी पेड़ नहीं लगाए गए हैं. रेत खदान संचालक क्षमता से अधिक रेत की निकासी करते हैं. इसकी सूचना खनिज शाखा धमतरी में देने के बाद भी जांच रिपोर्ट की कॉपी ग्राम पंचायत को नहीं सौपी गई है. रेत खदान संचालक हमेशा ग्रामवासियों को डराते धमकाते रहते हैं. अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो हम चुनाव बहिष्कार करेंगे."

शिकायत के बाद भी जांच के लिए नहीं पहुंचे ग्रामीण: इसके साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि, "खनिज शाखा धमतरी के अधिकारी अवैध उत्खनन परिवहन और भण्डारण की शिकायत के बाद भी जांच के लिए गांव में नहीं आते हैं. खनिज शाखा धमतरी कार्यालाय अनुविभागीय अधिकारी कुरूद, कार्यालय जनपद पंचायत कुरूद, कार्यालय तहसीलदार कुरूद, कार्यालय पुलिस थाना कुरूद की इस मामले में मिलीभगत है. अगर इन पर कार्रवाई नहीं की गई तो हम विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे."

पहले से ही चारभाठा की रेत खदान संचालित है. ग्रामीणों की ओर से रेत खादान बंद करने के लिए आवेदन प्राप्त हुआ है. प्रक्रिया जारी है.-बजरंग पैकरा, जिला खनिज अधिकारी

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जानिए पूरा मामला: दरअसल, धमतरी के कुरुद क्षेत्र में पड़ने वाले चारभाठा गांव के ग्रामीण की शिकायत है कि गांव में चल रहे रेत खदान को बन्द किया जाए. ग्रामीणों के अनुसार रेत खादान के संचालक ग्रामीणों के साथ गुंडागर्दी करते हैं. साथ ही मारपीट भी करते हैं. शिकायत करने के बाद भी पुलिस प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसलिए ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. इस पूरे मामले में जिला खनिज विभाग के अधिकारी ने जांच का आश्वासन दिया है.

चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

धमतरी: धमतरी के चारभाठा गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. दरअसल, ये ग्रामीण गांव में चल रहे रेत खदान को बंद करने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि रेत खादान संचालक ग्रामीणों के साथ न सिर्फ गुंडागर्दी करते हैं बल्कि मारपीट भी करते हैं. मंगलवार को विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध में जमकर नारेबाजी भी की. साथ ही ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर चुनाव बहिष्कार करने की बात कही है.

दरअसल मंगलवार को भारी संख्या में चारभाठा के ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्टोरेट पहुंचे. यहां ग्रामीणों को पुलिस ने रोक लिया. ग्रामीणों ने इस दौरान प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों की मांग है कि गांव में रेत खदान बंद किया जाए. नहीं तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

चुनाव बहिष्कार की चेतावनी: गांव के सरपंच धरम चंद साहू ने बताया कि, "हमारे रेत खदान चारभाठा गांव का वार्षिक अध्ययन रिपोर्ट 2020 2021 एवं 2022 ग्राम पंचायत को नहीं सौंपा गया है. रेत खदान संचालक की ओर से वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत एक भी पेड़ नहीं लगाए गए हैं. रेत खदान संचालक क्षमता से अधिक रेत की निकासी करते हैं. इसकी सूचना खनिज शाखा धमतरी में देने के बाद भी जांच रिपोर्ट की कॉपी ग्राम पंचायत को नहीं सौपी गई है. रेत खदान संचालक हमेशा ग्रामवासियों को डराते धमकाते रहते हैं. अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो हम चुनाव बहिष्कार करेंगे."

शिकायत के बाद भी जांच के लिए नहीं पहुंचे ग्रामीण: इसके साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि, "खनिज शाखा धमतरी के अधिकारी अवैध उत्खनन परिवहन और भण्डारण की शिकायत के बाद भी जांच के लिए गांव में नहीं आते हैं. खनिज शाखा धमतरी कार्यालाय अनुविभागीय अधिकारी कुरूद, कार्यालय जनपद पंचायत कुरूद, कार्यालय तहसीलदार कुरूद, कार्यालय पुलिस थाना कुरूद की इस मामले में मिलीभगत है. अगर इन पर कार्रवाई नहीं की गई तो हम विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे."

पहले से ही चारभाठा की रेत खदान संचालित है. ग्रामीणों की ओर से रेत खादान बंद करने के लिए आवेदन प्राप्त हुआ है. प्रक्रिया जारी है.-बजरंग पैकरा, जिला खनिज अधिकारी

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जानिए पूरा मामला: दरअसल, धमतरी के कुरुद क्षेत्र में पड़ने वाले चारभाठा गांव के ग्रामीण की शिकायत है कि गांव में चल रहे रेत खदान को बन्द किया जाए. ग्रामीणों के अनुसार रेत खादान के संचालक ग्रामीणों के साथ गुंडागर्दी करते हैं. साथ ही मारपीट भी करते हैं. शिकायत करने के बाद भी पुलिस प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसलिए ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. इस पूरे मामले में जिला खनिज विभाग के अधिकारी ने जांच का आश्वासन दिया है.

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