दंतेवाड़ा: जिले के 12 धान खरीदी केन्द्रों में पखवाड़े भर बाद भी किसान नहीं पहुंचे हैं. धान कटाई अभी जारी है. खेत से खलिहान तक धान पहुंचेंगे फिर मिसाई होगी और उसके बाद बेचने के लिए खरीदी केन्द्रों की ओर किसान रूख करेंगे. इकलौते गीदम लेम्प्स (Geedam paddy center) में आज 64 क्विंटल धान की खरीदी हुई और यह छोटी और महत्वपूर्ण शुरूआत है. बाकि केन्द्र अभी भी बोहनी के इंतजार में हैं. खरीदी केन्द्र में पहुंचे किसानों का फूल मालाओं के साथ स्वागत भी हुआ. ( Paddy procurement started in Chhattisgarh)
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के 33 एएसआई बने सब इंस्पेक्टर, डीजीपी ने पदोन्नति आदेश किया जारी
धान खरीदी केंद्रों पर करा रही है सुविधा मुहैया: जिला प्रशासन की ओर से सभी खरीदी केन्द्रों में पूरी सुविधाएं मुहैया करायी गई हैं. पीने के पानी से लेकर बारदाना और अन्य सुविधाओं के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा. इन दिनों कटाई और खलिहान में भंडारण का काम जारी है. धान की सभी किस्में पककर तैयार हो गई है. मजदूर और किसान धान कटाई में व्यस्त हैं. इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिलने के साथ मजदूरों की आय में बढोत्तरी हो रही है। पहले चरण में कटाई कर चुके कुछ किसानों ने मिंजाई शुरू कर दिया है.
क्या कहते हैं किसान: किसान थलेश ठाकुर ने बताया कि "इस साल दीपावली से पहले तक बारिश हुई. इस वजह से मध्यम अवधि वाले और देर से पकने वाले धान की कटाई एक साथ साथ हो रही है. इसलिए कटाई के लिए लेबर नहीं मिल रहे हैं. यही नहीं इस साल कटाई और भारा बांधकर खलिहान में पहुंचाने वाले श्रमिकों ने अपनी मजदूरी में एकाएक 25 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर ली. मशीन से धान मिंजाई का खर्च भी बढ़ गया. प्रति घंटे तय है. बुआई से लेकर मिंजाई तक प्रति खर्च आ रहा है, उसके मुताबिक 3 हजार रूपये क्विंटल भी कम है."
क्या बोले बैंक प्रबंधक: कारली सहकारी बैंक के प्रबंधक ने बताया कि "खरीदी शासन के आदेश पर नवम्बर की पहली तारीख से ही शुरू हो गई है. बावजूद अधिकांश केन्द्रों में बोहनी नहीं हुई है. एक मात्र गीदम लेम्प्स में आज 2 किसानों से कुल 64.50 क्विंटल धान की खरीदी की गई. बड़े तुमनार, बारसूर, छिंदनार, फरसपाल, दंतेवाड़ा आदि केन्द्र 15 दिनों बाद भी बोहनी के इंतजार में है."