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दंतेवाड़ाः कर्मा परिवार पर जावंगा एजुकेशन सिटी को व्यापारिक केंद्र बनाने का गंभीर आरोप

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Published : Jul 31, 2019, 1:47 PM IST

जावंगा पंचायत के बोमड़ाराम ने प्राचार्य के इस्तीफे को गलत बताते हुए कर्मा परिवार पर स्कूल को व्यापार केंद्र बनाने का गंभीर आरोप लगाया.

जावंगा एजुकेशन सिटी को व्यापारिक केंद्र बनाने का गंभीर आरोप

दंतेवाड़ाः जावंगा एजुकेशन सिटी शिक्षा के क्षेत्र में जिला ही नहीं पूरे प्रदेश में एजुकेशन हब के तौर पर देखा जाता है. लेकिन इन दिनों जावंगा का आस्था विद्या मंदिर विवादों से घिरा हुआ है.

दंतेवाड़ा जावंगा एजुकेशन सिटी को व्यापारिक केंद्र बनाने का गंभीर आरोप
क्षेत्र की पूर्व विधायक देवती कर्मा ने 27 जुलाई को हॉस्टल का निरीक्षण कर, यहां के खाने और रखरखाव को सही नहीं होने का आरोप लगाया था. इस आरोप के बाद आस्था विद्या मंदिर के प्राचार्य ने पद से इस्तीफा दे दिया. जावंगा पंचायत के बोमड़ाराम ने प्राचार्य के इस्तीफे को गलत बताते हुए कर्मा परिवार पर स्कूल को व्यापार केंद्र बनाने का गंभीर आरोप लगाया है.

कर्मा परिवार पर आरोप
बोमड़ाराम ने देवती कर्मा पर आरोप लगाया है कि, उन्होंने अपनी बहू को अपनी पहुंच से आस्था हॉस्टल का अधीक्षिका बना दिया. आस्था हॉस्टल में पहले से ही चार अधीक्षिका मौजूद हैं.

तीन अगस्त को होगा धरना प्रदर्शन
बोमड़ाराम ने प्रेसवार्ता में कहा कि देवती कर्मा के मनमानी के खिलाफ हम बच्चों के पालकों के साथ मिलकर तीन अगस्त को सड़क पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. साथ ही स्कूल के गेट पर ताला लगाकर उनके आने का विरोध किया जाएगा. कर्मा परिवार ने जमीन आदिवासी बच्चों के लिए स्कूल और अस्पताल खोलने के लिए दी थी. लेकिन अब उनकी मंशा सही नहीं है. कर्मा परिवार को संस्था का शोषण नहीं करने दिया जाएगा. जावंगा पंचायत के लोग फिर से 200 एकड़ जमीन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन अब उन्हें जावंगा आस्था विद्या मंदिर में अंदर घुसने नहीं दिया जाएगा.

संस्था के लिए आदिवासी प्राचार्य की मांग
हॉस्टल पर लगे आरोप के बाद प्राचार्य संतोष प्रधान कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब जावंगा पंचायत के लोगों की मांग है कि, प्राचार्य संतोष प्रधान की दोबारा नियुक्ति किया जाए, नहीं तो उनकी जगह किसी आदिवासी कोई प्राचार्य बनाया जाए.

दंतेवाड़ाः जावंगा एजुकेशन सिटी शिक्षा के क्षेत्र में जिला ही नहीं पूरे प्रदेश में एजुकेशन हब के तौर पर देखा जाता है. लेकिन इन दिनों जावंगा का आस्था विद्या मंदिर विवादों से घिरा हुआ है.

दंतेवाड़ा जावंगा एजुकेशन सिटी को व्यापारिक केंद्र बनाने का गंभीर आरोप
क्षेत्र की पूर्व विधायक देवती कर्मा ने 27 जुलाई को हॉस्टल का निरीक्षण कर, यहां के खाने और रखरखाव को सही नहीं होने का आरोप लगाया था. इस आरोप के बाद आस्था विद्या मंदिर के प्राचार्य ने पद से इस्तीफा दे दिया. जावंगा पंचायत के बोमड़ाराम ने प्राचार्य के इस्तीफे को गलत बताते हुए कर्मा परिवार पर स्कूल को व्यापार केंद्र बनाने का गंभीर आरोप लगाया है.

कर्मा परिवार पर आरोप
बोमड़ाराम ने देवती कर्मा पर आरोप लगाया है कि, उन्होंने अपनी बहू को अपनी पहुंच से आस्था हॉस्टल का अधीक्षिका बना दिया. आस्था हॉस्टल में पहले से ही चार अधीक्षिका मौजूद हैं.

तीन अगस्त को होगा धरना प्रदर्शन
बोमड़ाराम ने प्रेसवार्ता में कहा कि देवती कर्मा के मनमानी के खिलाफ हम बच्चों के पालकों के साथ मिलकर तीन अगस्त को सड़क पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. साथ ही स्कूल के गेट पर ताला लगाकर उनके आने का विरोध किया जाएगा. कर्मा परिवार ने जमीन आदिवासी बच्चों के लिए स्कूल और अस्पताल खोलने के लिए दी थी. लेकिन अब उनकी मंशा सही नहीं है. कर्मा परिवार को संस्था का शोषण नहीं करने दिया जाएगा. जावंगा पंचायत के लोग फिर से 200 एकड़ जमीन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन अब उन्हें जावंगा आस्था विद्या मंदिर में अंदर घुसने नहीं दिया जाएगा.

संस्था के लिए आदिवासी प्राचार्य की मांग
हॉस्टल पर लगे आरोप के बाद प्राचार्य संतोष प्रधान कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब जावंगा पंचायत के लोगों की मांग है कि, प्राचार्य संतोष प्रधान की दोबारा नियुक्ति किया जाए, नहीं तो उनकी जगह किसी आदिवासी कोई प्राचार्य बनाया जाए.

Intro:दंतेवाड़ा। आस्था विद्यामंदिर जवांगा इस समय विवादों में है। पूर्व विधायक देवतीकर्मा के निरीक्षण के बाद सियासत तेज हो गई हैं । उन्होंने 27 जुलाई को आरोप लगाया था कि खाना बच्चो को सही नही मिल रहा है। इस आरोप के बाद आस्था विद्यामंदिर के प्राचार्य ने इस्तीफा सौंप दिया। इस इस्तीफे के बाद से जावंगा पंचायत के बोमडा राम ने देवती कर्मा पर बड़े गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कर्मा परिवार जिस संस्था पर आरोप लगा रहा है कभी उसके दर्द में शामिल रहा है। हमने तो अपनी जमीन दे दी उसको तैयार करने के लिए। इसके लिए उनको कभी बारसूर दलम तो कभी इंद्रावती दलम की धमकी मिली, लेकिन आदिवासी बच्चो की शिक्षा के लिए परवाह नही की। कर्मा परिवार इस विशिष्ठ संस्था पर भी आरोप लगा रहा है। उनकी मंशा सिर्फ स्कूल को वयापार का केंद बनाना है। ये हो नही देंगे।
अपनी बहू रामा कर्मा को अधीक्षहा आस्था होस्टल का बना दिया। 4 अधीक्षक पहले से मौजूद थे फिर क्या जरूरत पड़ गई।




Body:3 अगस्त को हो धरना प्रदर्शन
बोमडा ने प्रेसवार्ता मे यह भी कहा कि देवती कर्मा के खिलाफ सड़क पर बच्चों के पालक के साथ भीड़ उतरेगी। उनकी आस्था के प्रति नजर ठीक नही है। कर्मा परिवार को शोषण नही करने देंगे। कर्मा परिवार ने कभी जमीन दी कि ये आदिवासी बच्चो के लिए है। यहां अस्पताल खुलेगा या स्कूल बनेगा। जवंगाबपंचयत के लोग फिर से 200 एकड़ देने के लिए तैयार है। अब उनको आस्था में घुसने नही दिया जाएगा।



Conclusion:प्राचार्य ने सौंपा इस्टीफा अब आदिवासी ही संस्था के लिए चाहिए
प्रचार्य तो प्रधान ही सही यदि वो नही तो कोई आदिवासी योग्य व्यक्ति ही चाहिए। संतोष प्रधान ने तो कलक्टर के समक्ष अपना इस्तीफा सौंप दिया है। संतोष प्रधान ने अपने बच्चों की तरह संस्था में रहने वाले बच्चों का माना। उस पर आरोप इस तरह के लगे तो उसने कलक्टर को अपना इस्टीफा दिया। उन्होंने किसी और संस्था में भेज दो, लेकिन यहां नही। कर्मा परिवार अपने इशारे पर अपने व्यक्ति को प्राचार्य बनाना चाहता है। यह षड्यंत्र है।
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