दंतेवाड़ा: सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली IED (Improvised explosive device) को मुख्य हथियार के तौर पर उपयोग करते हैं. अक्सर IED की चपेट में आकर जवानों को नुकसान भी झेलना पड़ता है. ऐसे में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है. मुखबिर की सूचना पर CRPF (Central Reserve Police Force) के जवानों ने नक्सलियों के प्लांट किए गए 2 IED बरामद किए हैं.
आईईडी हुए बरामद
दंतेवाड़ा-सुकमा के सीमावर्ती क्षेत्र कोंडासवली-कमारगुड़ा में रोड निर्माण का कार्य चल रहा है. जिसकी सुरक्षा में सीआरपीएफ 231वीं बटालियन के जवानों को तैनात किया गया है. मुखबिर की सूचना पर सीआरपीएफ के जवान सर्चिंग पर निकले थे. इस दौरान जहां रोड निर्माण का काम हो रहा था वहां से 2 आईईडी बरामद किया गया. जिसमें 4 किलो और 5 किलो के एक-एक आईईडी शामिल हैं. बम निरोधक दस्ते ने बम को निष्क्रिय किया है.
पहले भी नक्सली लगा चुके हैं आईईडी
सीआरपीएफ 231वीं बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी राजीव यादव ने बताया कि नक्सलियों ने इससे पहले भी सीआरपीएफ जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए अपनी कायराना हरकतों को अंजाम दिया है. निर्माणाधीन रोड से कई आईईडी बम निकाले जा चुके हैं. जिसे नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से लगाया था.
सुरक्षाबल नक्सलियों के मंसूबों पर फेर रहे पानी
बस्तर में नक्सली IED के जरिए लगातार सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते रहते हैं. सुरक्षा बल भी लगातार नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं. आए दिन बस्तर के विभिन्न जिलों में IED बरामद हो रहे हैं.
- 16 अप्रैल को सुरक्षाबलों और CRPF के जवानों ने 5 किलो का IED दंतेवाड़ा में बरामद किया.
- बीजापुर में नक्सलियों ने गंगापुर मार्ग के बीच मोदीपारा में 8 किलो का आईईडी प्लांट किया. जिसे जवानों ने 3 अप्रैल को डिफ्यूज कर दिया.
- 1 अप्रैल को जवानों ने राजनांदगांव के बकरकट्टा-नवागांव के जंगलों से 15 किलो और 5 किलो का दो IED बरामद कर डिफ्यूज किया.