दंतेवाड़ा: जिले में चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर और नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर शनिवार को पुलिस के सामने 2 इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. मामले की जानकारी देते हुए दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि अभियान के तहत गांव-गांव में नक्सलियों के बैनर पोस्टर लगाकर आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की जा रही है. जिसके तहत शनिवार को 2 इनामी नक्सली CNM कमांडर भूपेश सोढ़ी और एक्शन टीम का सदस्य उमेश कुमार मरकाम ने एसपी अभिषेक पल्लव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदय किरण के समक्ष सरेंडर किया है.
भूपेश सोढ़ी पर 1 लाख और उमेश कुमार मरकाम पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित था. समर्पित नक्सली हत्या, आईईडी ब्लास्ट, सड़क काटने, बैनर पोस्टर लगाने नए युवक युवतियों को जोड़ने, बड़े नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का काम कर रहे थे. दोनो नक्सलियों को 10 -10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है.
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एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि 4 महीने पहले शुरू किए गए लोन वर्राटू अभियान से पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. पिछले 4 महीने में 34 इनामी सहित 114 नक्सलियों ने लाल आतंक का रास्ता छोड़ समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला लिया है.
लाल आतंक पर कसा शिकंजा
छत्तीसगढ़ में अब लाल आतंक का खौफ धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. नक्सली ढांचे टूटने लगे हैं. नक्सलियों के कई बड़े लीडर छत्तीसगढ़ पुलिस के सामने सरेंडर कर चुके हैं. साथ ही सरकार के 'लोन वर्राटू' अभियान का फायदा भी मिल रहा है. अब तक 100 से ज्यादा नक्सली लाल आतंक से मुंह फेरकर घर वापस लौट आए हैं और शांतिपूर्वक जिंदगी बिता रहे हैं.