बिलासपुर: बिलासा देवी एयरपोर्ट में इन दिनों जंगली जानवर पहुंच रहे हैं. wild animals on runway of bilaspur airport रनवे पर सियार के घूमने की जानकारी मिली है. bilaspur airport सियार के रनवे पर आने की वजह से फ्लाइट और यात्रियों को इसका खतरा उठाना पड़ सकता है. एयरपोर्ट अथॉरिटी इस कार्य के लिए वन विभाग की मदद मांग रहा है. वन विभाग बिलासपुर ने अचानकमार टाइगर रिजर्व के दोनों खोजी कुत्ते नेरो और सिंबा को इस काम में लगाया गया है. खोजी कुत्तों ने एयरपोर्ट के आसपास सियारों के तीन बिल खोज लिए हैं. इन बिलों के निकट पिंजरा लगाकर मुर्गा बांधा गया था, ताकि सियार पिंजरे में फंस जाएं, लेकिन अब तक सियार नही फंसे है.
रनवे पर 15 दिन पहले घुसा था सियार का झुंड: एयरपोर्ट के रनवे पर सियार के झुंड को घुसे 15 दिन से ज्यादा समय हो गया है. पहले एयरपोर्ट प्रबंधन ने सियार को पकड़ने के लिए कानन पेंडारी जू की रेस्क्यू टीम की मदद ली, तब बात नहीं बनी. कानन ज़ू की टीम के सहयोग से जू में पिंजरा का निर्माण किया गया और प्रबंधन को दिया गया. इसके अलावा रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंची थी, लेकिन सफलता नहीं मिली. अब भी लगातार रनवे में सियार का मूवमेंट हो रहा है.
यह भी पढ़ें: बिलासपुर नगरीय निकाय और पंचायतों में उपचुनाव सम्पन्न, 12 को होगी मतगणना
एटीआर के खोजी कुत्ते की मिली मदद: बिलासा एयरपोर्ट में सियार के झुंड के आने के मामले में वन विभाग ने अचानकमार टाइगर रिजर्व के खोजी कुत्तों की मदद ली. कुत्तों की मदद से वन विभाग की टीम को सियार के तीन बिलों की जानकारी मिली और खोजी कुत्ता बिल सियार निकालने की कोशिश करता रहा है. लेकिन शायद बिल में सियार के नहीं होने या उसके दुबक के बैठ जाने की वजह से खोजी कुत्ते कामयाब नहीं हो पाए.
रनवे के आसपास से हटाई जा रही झाड़ियां: बिलासपुर वन विभाग के डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि "अचानकमार टाइगर रिजर्व के खोजी कुत्ते नेरो और सिंबा की मदद ली गई. वनकर्मी नेरो और सिंबा को लेकर एयरपोर्ट पहुंचा और सियार को खोजने का प्रयास किया. तीन बिल भी मिले. बिल के अंदर से सियार को बाहर निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं निकले. अब एयरपोर्ट अथॉरिटी से एयरपोर्ट के आसपास फैली झाड़ियों को हटाने की सलाह दी है. झाड़ियां हटने के बाद सियार के झुंड को खाना मिलना कम हो जाएगा, इसके बाद फिर उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जाएगा."