बिल्हा/बिलासपुर: बिल्हा रेलवे फाटक पर अंडर ब्रिज बनाने का आश्वासन करीब 17 साल से दिया जा रहा है. लेकिन अंडर ब्रिज या ओवर ब्रिज आज तक नहीं बन सका. बिल्हा का रेल फाटक लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है. मुंबई-हावड़ा रूट के इस रेल फाटक के ज्यादातर समय बंद रहने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. राहगीर बताते हैं कि फाटक वाले इस मार्ग से बरतोरी, बलौदाबाजार की सड़क जुड़ी है और फाटक के बंद होने से वाहनों की लंबी कतार लग जाती है, जिससे घंटों जाम के हालात बने रहते हैं.
नगर के समाजसेवी और रेलवे सलाहकार मंडल के सदस्य अमरजीत सिंह सवन्नी का कहना है की लोगों की बहुप्रतीक्षित अंडर ब्रिज की मांग को वो रेलवे बोर्ड के सामने रखेंगे, उन्होंने जनता को भी धैर्य रखने कहां है. वहीं बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि इस समस्या से मुंह फेरे बैठे हैं.
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आम जनता परेशान
साल 2003 में स्थानीय विधायक ने बिल्हा के इस रेल फाटक पर अंडर ब्रिज बनाने की पहल की थी. इसके बाद 2008 विधानसभा चुनाव के समय भी अंडर ब्रिज का मुद्दा गरमाया. मौके पर आठ-दस हादसों के बाद फिर ब्रिज बनाने की मांग तेज हुई. लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी. समस्या का निदान नहीं होने से अब लोगों में आक्रोश है. जल्द ही रेल फाटक पर अंडरब्रिज की सुविधा नहीं मिलती है तो लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
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ब्रिज निर्माण पहली जरुरत
लोगों का यह भी कहना है कि नेशनल हाईवे क्रमांक 130 से जुड़े बिल्हा मार्ग का फाटक स्वास्थ्य सुविधा के नाम से भी महत्वपूर्ण है. अक्सर बिलासपुर-रायपुर मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं के बाद घायलों को पुलिस इसी मार्ग से बिल्हा अस्पताल लाती है. कई बार तो एंबुलेंस घायल मरीज को लेकर घंटों फाटक खुलने का इंतजार करती रहती है. ग्रामीणों का कहना है कि बिल्हा का रेल फाटक पर अंडर ब्रिज या ओवर ब्रिज का निर्माण पहली जरुरत है.