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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: महाशिवरात्रि में शिवालयों में हो रही है महादेव की विशेष पूजा अर्चना

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिवालयों में भक्तों की भीड़ लग रही है. सुबह से ही शिव भक्त शिवालयों में पूजा अर्चना करते नजर आए.

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महादेव की विशेष पूजा अर्चना
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Published : Mar 11, 2021, 3:55 PM IST

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिवालयों में भक्तों की भीड़ लग रही है. सुबह से ही शिव भक्त शिवालयों में पूजा अर्चना करते नजर आए. महादेव को प्रसन्न करने भक्त जल-दूध, बेल पत्ती, फूल, प्रसाद लेकर मंदिरों में पूजा करते नजर आए. शिवरात्रि के अवसर पर भक्तों को भीड़ दिन भर मंदिर पहुंचेगी. पूजा आज पूरे दिन और रात जारी रहेगी.

शिवरात्रि का विशेष महत्व

हर महीने शिवरात्रि आती है, लेकिन फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाए जाने वाला शिवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व है. पुराणों के अनुसार इस दिन को शिव और पार्वती के विवाह के रूप में भी मनाया जाता है. वहीं एक दूसरी कथा यह भी है कि इस दिन भगवान शिव 64 ज्योतिर्लिंगों के रूप में प्रकट हुए थे. जिनमें से 12 ज्योतिर्लिंगों को ही मनुष्य ढूंढ सका था. जिनकी आज भी पूजा-अर्चना होती है.

छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक मंदिरों में सबसे अधिक शिवालय, गूंज रहे बम-बम भोले के जयकारे

पूजन और व्रत की भी मान्यता

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल महाशिवरात्रि 11 मार्च को मनाई जा रही है. इसे भगवान शिव और माता शक्ति के मिलन की रात माना जाता है. यानी प्रकृति और पुरुष के मिलन की घड़ी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के इस दिन पूजन और व्रत करने से सभी कष्ट दूर होते हैं. इस दिन भगवान शिव का पूजन करने के साथ रात्रि में जागरण करके चारों प्रहर पूजा करने का विधान माना गया है. जिसमें से निशित काल को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इन्हीं मान्यताओं के अनुसार भोले के भक्त आज पूरे दिन और पूरी रात शिवालयों में रुद्राभिषेक, पूजन-अर्चना करते रहेंगे.

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिवालयों में भक्तों की भीड़ लग रही है. सुबह से ही शिव भक्त शिवालयों में पूजा अर्चना करते नजर आए. महादेव को प्रसन्न करने भक्त जल-दूध, बेल पत्ती, फूल, प्रसाद लेकर मंदिरों में पूजा करते नजर आए. शिवरात्रि के अवसर पर भक्तों को भीड़ दिन भर मंदिर पहुंचेगी. पूजा आज पूरे दिन और रात जारी रहेगी.

शिवरात्रि का विशेष महत्व

हर महीने शिवरात्रि आती है, लेकिन फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाए जाने वाला शिवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व है. पुराणों के अनुसार इस दिन को शिव और पार्वती के विवाह के रूप में भी मनाया जाता है. वहीं एक दूसरी कथा यह भी है कि इस दिन भगवान शिव 64 ज्योतिर्लिंगों के रूप में प्रकट हुए थे. जिनमें से 12 ज्योतिर्लिंगों को ही मनुष्य ढूंढ सका था. जिनकी आज भी पूजा-अर्चना होती है.

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पूजन और व्रत की भी मान्यता

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल महाशिवरात्रि 11 मार्च को मनाई जा रही है. इसे भगवान शिव और माता शक्ति के मिलन की रात माना जाता है. यानी प्रकृति और पुरुष के मिलन की घड़ी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के इस दिन पूजन और व्रत करने से सभी कष्ट दूर होते हैं. इस दिन भगवान शिव का पूजन करने के साथ रात्रि में जागरण करके चारों प्रहर पूजा करने का विधान माना गया है. जिसमें से निशित काल को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इन्हीं मान्यताओं के अनुसार भोले के भक्त आज पूरे दिन और पूरी रात शिवालयों में रुद्राभिषेक, पूजन-अर्चना करते रहेंगे.

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