बिलासपुर: शनिवार से नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है. जिसकी तैयारी महामाया ट्रस्ट ने पूरी कर ली है. लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु जो रतनपुर पहुंचकर मां महामाया देवी की पूजा अर्चना करते थे, वह इस बार नहीं कर पाएंगे. इसके लिए महामाया मंदिर ट्रस्ट ने ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की है. साथ ही इस बार सोशल मीडिया और एलईडी स्क्रीन के जरिए भक्त ज्योत का दर्शन करेंगे. 17 से 28 अक्टूबर तक मां महामाया मंदिर के गेट बंद रहेंगे.
महामाया मंदिर में इस बार 21 हजार ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए जा रहे हैं. ज्योति कलश के दर्शन के लिए ट्रस्ट की ओर से एक वाट्सएप नंबर जारी किया जाएगा. उस वाट्सएप के जरिए भक्त ज्योति कलश के दर्शन कर सकेंगे. वहीं भूले भटके रतनपुर माता के दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इस बार एलईडी के जरिए दर्शन कराया जाएगा. इस दौरान जिसने भी ज्योति कलश जलवाया है वह भी एलईडी स्क्रीन के जरिए ज्योत का दर्शन कर सकेंगे.
150 सेवक करेंगे ज्योत की देखरेख
मंदिर में महामाया मंदिर के पुजारी ही इस बार पूजा अर्चना करेंगे. जबकि ट्रस्ट के कार्यकर्ता, पदाधिकारी और सहयोगी मंदिर में व्यवस्था देखेंगे. वही डेढ़ सौ सेवक ज्योति कलश की देखरेख करेंगे.
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कल होगा मां महामाया का श्रृंगार
शनिवार को मां महामाया का श्रृंगार किया जाएगा. इसके अलावा सुबह माता की विधि-विधान से पूजा की जाएगी, माता को भोग अर्पित किया जाएगा. मां की तीनों समय आरती भी उतारी जाएगी. ये सब भक्त ऑनलाइन और मंदिर परिसर में लगे एलईडी स्क्रीन में देख सकेंगे.
अमावस्या के मौके पर हुआ अनुष्ठान
रतनपुर मां महामाया मंदिर ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी सुनील संथोलिया ने बताया कि शुक्रवार को अमावस्या के मौके पर माता की पूजा अर्चना हवन के साथ दुर्गा सप्तशती और आरती, भोग संपन्न कराया या. जिसके बाद कन्या भोज, ब्राह्मण भोज कराया गया. सब कुछ होने के बाद मंदिर की साफ-कराई कराई गई. वहीं शनिवार से शुरू हो रही नवरात्र पर्व की तैयारी पूरी कर ली गई है.
मंदिर के गेट हुए बंद
ट्रस्टी ने बताया कि सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया देवी मंदिर को नवरात्र पर्व के एक दिन पहले ही दर्शनार्थियों के बंद कर दिया गया है. जिसके चलते दर्शनार्थी इस बार गेट तक पहुंच कर वापस हो रहे हैं.