बिलासपुर: पेंड्रा मरवाही क्षेत्र में शुक्रवार को बदले मौसम ने भयंकर तबाही मचाई हैं. देर शाम चली तेज हवाओं ने कुछ ही मिनटों में ग्रामीणों के घरों के छप्पर उड़ा दिए. वहीं कई जगह पेड़ जड़ से उखड़ गए, जबकि बिजली के बड़ी संख्या में खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जगह-जगह बिजली के टार टूट गए है, जिससे पूरे इलाके में ब्लैक आउट हो गया है. क्षेत्र इन दिनों बहुत परेशानी से गुजर रहा है. बीते 2 महीने से जारी लॉकडाउन के साथ प्राकृतिक आपदा ने मानो सबकुछ नष्ट करने की कसम खा ली हो.
एक ओर हफ्तेभर पहले ही हुए ओलावृष्टि ने उथल-फुथल मचा दिया था, लोगों को बेघर कर दिया था. वहीं ठीक एक हफ्ते बाद पेण्ड्रा विकासखंड के 12 से ज्यादा गांवों में भीषण आंधी ने सैकड़ों मकानों के छप्पर ही उड़ा दिए हैं. 5 मिनट के भंवडर में भारी तबाही मचाई है. वहीं शुक्रवार को सुबह से मौसम खुला हुआ था. दोपहर तक जनजीवन सामान्य रहा, लेकिन शाम होते ही मौसम ने अचानक करवट ली.
बेमौसम बारिश से भारी तबाही
पेंड्रा-कोरबा मुख्य मार्ग पर पड़ने वाले कई गांव आंधी-तूफान की चपेट में आए हैं. आंधी-तूफान की वजह से पेड़ जड़ से उखड़ गए. जबकि सैकड़ों पेड़ की शाखाएं सड़क पर टूटकर गिर गई, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया. वहीं बिजली विभाग के सैकड़ों खंबे टूट गए हैं. जबकि विद्युत लाइन टूटने से आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है, जिसे अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है. हालांकि विद्युतकर्मियों के साथ प्रशासन का अमला मौके पर पहुंच गया है और राहत और बचाव काम में लगा हुआ है, लेकिन फिर भी ग्रामीण अभी तक खौफ में हैं. वहीं घर के टिन शेड उड़ने से कई ग्रामीणों को चोटें भी आई हैं.
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इस संकट की घड़ी में ग्रामीणों का लाखों का नुकसान हुआ है. फिलहाल राजस्व अमला मौके पर पहुंचकर आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने में लगा है. जबकि बिजली विभाग की टीम ब्लैक आउट से निपटने में लगी है.