बिलासपुर: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सेवा रेलवे सुविधा को खत्म करने की साजिश रच रही है. यह आरोप छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने लगाया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कहना है कि केंद्र सरकार रेलवे को निजी हाथों में बेचने का षड्यंत्र रच रही है और बिना किसी ठोस वजह के यात्री ट्रेनों को अचानक रद्द कर रही है. इससे रोजाना छत्तीसगढ़ के लाखों यात्रियों को परेशानी हो रही है. इन आरोपों के साथ छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बुधवार को प्रदेशभर में रेल रोको आंदोलन करने की योजना बनाई है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस का रेल रोको आंदोलन: 13 सितंबर को रेल रोको आंदोलन के तहत पूरे प्रदेश में एक साथ ट्रेनों को रोका जाएगा. जिला सहित ब्लॉक मुख्यालय और छोटे छोटे स्टेशन में भी कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रेनों को रोकेंगे. कांग्रेस इस रेल रोको के जरिए बड़ा जन आंदोलन करने की तैयारी में हैं.
पीसीसी ने रेलवे पर लगाए ये आरोप:
देश भर के 6800 रेल स्टॉपेज बंद कर दिए गए, जिसमें से 200 छत्तीसगढ़ में हैं.
साधारण पैसेंजर मेमू डेमू ट्रेन को स्पेशल बनाकर दोगुना किराया वसूला जा रहा है.
स्लीपर और सामान्य श्रेणी के डिब्बों की संख्या भी घटाई गई है.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है. छत्तीसगढ़ का बिलासपुर जोन देश को सबसे ज्यादा आमदनी देने वाला जोन है. लेकिन सबसे ज्यादा परेशान छत्तीसगढ़ की जनता हो रही है. कोरोना काल के समय जिन ट्रेनों को बंद किया गया उन्हें दोबारा चालू नहीं किया गया. कई ट्रेनों को कैंसिल किया गया.भाजपा जानती है कि छत्तीसगढ़ में उनकी जमीन खिसक गई है इस वजह से छत्तीसगढ़ के लोगों को परेशान किया जा रहा है.- विजय केशरवानी, अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी
जब से केंद्र में मोदी की सरकार आई है जब से ट्रेनों को कैंसिल किया जा रहा है. यात्री ट्रेनों को रोककर सिर्फ माल गाड़ियों को चलाया जा रहा है. रेल रोको आंदोलन के जरिए कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार को जवाब देगी. ट्रेनें शुरू नहीं करने पर उग्र आंदोलन करेंगे. -ब्लॉक अध्यक्ष, जावेद मेमन
पिछले साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को किया रद्द
साल 2020 में 32757 ट्रेनें निरस्त
साल 2021 में 32151 ट्रेनें निरस्त
साल 2022 में 2474 ट्रेनें निरस्त
साल 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेनें निरस्त
अगस्त 2023 में 24 ट्रेनें रद्द
छत्तीसगढ़ से जाने वाली नौतनवा और सारनाथ एक्सप्रेस 64 दिन तक रद्द कर दी गयी. जिसके कारण दो महीने तक लोग अस्थि कलश गंगा में विसर्जित नहीं कर पाए.
ट्रेन कैंसिल होने पर रेलवे की सफाई: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन ने कहा कि कोरोनाकाल के दौरान बंद की गई सभी ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू कर दिया गया है. यात्रियों की सुविधा और मांग को देखते हुए पिछले वित्तीय वर्ष से अब तक विभिन्न स्टेशनों में अलग-अलग ट्रेनों के 53 ठहराव दिए गए हैं. यात्रियों को कंफर्म बर्थ दिलाने के लिए फाइनेंशियल ईयर 2022-23 से इस साल के अप्रैल माह तक अलग अलग ट्रेनों में 78 स्थायी कोच लगाए गए हैं. इसके अलावा त्योहार और छुट्टियों में 25 से 50 अस्थायी अतिरिक्त कोच भी लगाए गए हैं. अप्रैल से सितंबर तक रेल विकास कार्यों में चलने वाली औसत यात्री गाड़ियों में एक प्रतिशत से भी कम को ही कैंसिल किया गया है.