ETV Bharat / state

पीएसीएल चिटफंड बीमा कंपनी के डायरेक्टर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बिलासपुर पीएसीएल चिटफंड बीमा कंपनी फरार डायरेक्टर को रतनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. Police arrested the director of PACL Chitfund ग्राहकों का करोड़ों रूपये हड़पकर भागने वाले फर्जी चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर को कवर्धा जेल के बाहर आते ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

PACL chit fund insurance company director arrested
पीएसीएल चिटफंड कंपनी पर कार्रवाई
author img

By

Published : Dec 30, 2022, 6:46 PM IST

बिलासपुर: थाना प्रभारी प्रसाद सिन्हा ने बताया कि "क्षेत्र के लोगो ने पीएसीएल बीमा कंपनी मे रूपये जमा कर रहे थे, Police arrested the director of PACL Chitfund जिसके बाद कंपनी के डायरेक्टर लोगो को झांसा देकर रूपये ठगी कर ली. लोगों ने डायरेक्टर के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज कराया गया था. जांच के दौरान जानकारी मिली थी कि बीमा कंपनी के फरार डायरेक्टर पंजाब पटियाला ढाका रोड के रहने वाले जोगिंदर सिंह टाइगर कवर्धा जेल में बंद है और वह जेल से छूटने वाला है.

यह भी पढ़ें: bilaspur chit fund fraud case: बिलासपुर में चिटफंड निवेशकों को रकम वापसी का इंतजार, पुलिस नए सिरे से करेगी जांच


जेल से बाहर आते ही पुलिस ने किया गिरफ्तार: रतनपुर पुलिस को पता चला कि चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर जोगिंदर सिंह टाइगर कवर्धा जेल बंद है, जिसे जमानत मिलने पर जेल से बाहर आने वाला है. इसी बीच जेल से बहर निकलते समय रतनपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. जोगेन्दर को बीमा कंपनी के संबंध में पूछताछ करने रतनपुर लेकर आया. पूछताछ में उसने पीएसीएल कंपनी में 2005 से 2008 तक डायरेक्टर के पद पर पदस्थ होने की बात स्वीकार की है. रतनपुर पुलिस उसे विशेष न्यायालय में पेश किया और पुलिस मामले की विवेचना मे जुटी है. साथ ही फरार डायरेक्टरो की तलाश में जुटी है.

सरकार ने मंगाए थे आवेदन: छत्तीसगढ़ सरकार ने चिटफंड कंपनियों में डूबे धन वापसी के लिए निवेशकों से आवेदन मंगवाए थे. जिसके बाद 1 से 20 अगस्त तक 25 लाख से अधिक निवेशकों ने आवेदन जमा किए. यह आवेदन तहसील कार्यालयों में निवेशकों ने जमा किये थे. ये वे लोग हैं, जिन्होंने 5 हजार से 50 लाख तक के निवेश किए हैं. इन आवेदनों में 110 से ज्यादा चिटफंड कंपनियों के ठगने की बात सामने आई है. निवेशकों के द्वारा किए गए आवेदनों के आधार पर तहसील में निवेशकों के नाम, पता, मोबाइल नंबर, जमा की गई राशि, कंपनी का नाम, जमा करने की तारीख व मैच्योरिटी की तारीख की एंट्री की गई है. उसी के आधार पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी.

कहां से कितने आवेदन आए

रायपुर 3,66,330
बलोदा बाजार1,68,435
जांजगीर चांपा 1,90,465
गरियाबंद 40,658
कांकेर1,80,000
सूरजपुर49,270
राजनांदगांव1,10,240
बलरामपुर 31,943
धमतरी 89,920
अंबिकापुर 47,265
महासमुंद 1,22,343
नारायणपुर 6,452
कोंडागांव31,279
कोरबा 77, 320
सुकमा 4,454
बिलासपुर1,50,000
बस्तर 3,000
बीजापुर18,324
दंतेवाड़ा2,100
जशपुर22,033
दुर्ग1,65,328

बिलासपुर: थाना प्रभारी प्रसाद सिन्हा ने बताया कि "क्षेत्र के लोगो ने पीएसीएल बीमा कंपनी मे रूपये जमा कर रहे थे, Police arrested the director of PACL Chitfund जिसके बाद कंपनी के डायरेक्टर लोगो को झांसा देकर रूपये ठगी कर ली. लोगों ने डायरेक्टर के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज कराया गया था. जांच के दौरान जानकारी मिली थी कि बीमा कंपनी के फरार डायरेक्टर पंजाब पटियाला ढाका रोड के रहने वाले जोगिंदर सिंह टाइगर कवर्धा जेल में बंद है और वह जेल से छूटने वाला है.

यह भी पढ़ें: bilaspur chit fund fraud case: बिलासपुर में चिटफंड निवेशकों को रकम वापसी का इंतजार, पुलिस नए सिरे से करेगी जांच


जेल से बाहर आते ही पुलिस ने किया गिरफ्तार: रतनपुर पुलिस को पता चला कि चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर जोगिंदर सिंह टाइगर कवर्धा जेल बंद है, जिसे जमानत मिलने पर जेल से बाहर आने वाला है. इसी बीच जेल से बहर निकलते समय रतनपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. जोगेन्दर को बीमा कंपनी के संबंध में पूछताछ करने रतनपुर लेकर आया. पूछताछ में उसने पीएसीएल कंपनी में 2005 से 2008 तक डायरेक्टर के पद पर पदस्थ होने की बात स्वीकार की है. रतनपुर पुलिस उसे विशेष न्यायालय में पेश किया और पुलिस मामले की विवेचना मे जुटी है. साथ ही फरार डायरेक्टरो की तलाश में जुटी है.

सरकार ने मंगाए थे आवेदन: छत्तीसगढ़ सरकार ने चिटफंड कंपनियों में डूबे धन वापसी के लिए निवेशकों से आवेदन मंगवाए थे. जिसके बाद 1 से 20 अगस्त तक 25 लाख से अधिक निवेशकों ने आवेदन जमा किए. यह आवेदन तहसील कार्यालयों में निवेशकों ने जमा किये थे. ये वे लोग हैं, जिन्होंने 5 हजार से 50 लाख तक के निवेश किए हैं. इन आवेदनों में 110 से ज्यादा चिटफंड कंपनियों के ठगने की बात सामने आई है. निवेशकों के द्वारा किए गए आवेदनों के आधार पर तहसील में निवेशकों के नाम, पता, मोबाइल नंबर, जमा की गई राशि, कंपनी का नाम, जमा करने की तारीख व मैच्योरिटी की तारीख की एंट्री की गई है. उसी के आधार पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी.

कहां से कितने आवेदन आए

रायपुर 3,66,330
बलोदा बाजार1,68,435
जांजगीर चांपा 1,90,465
गरियाबंद 40,658
कांकेर1,80,000
सूरजपुर49,270
राजनांदगांव1,10,240
बलरामपुर 31,943
धमतरी 89,920
अंबिकापुर 47,265
महासमुंद 1,22,343
नारायणपुर 6,452
कोंडागांव31,279
कोरबा 77, 320
सुकमा 4,454
बिलासपुर1,50,000
बस्तर 3,000
बीजापुर18,324
दंतेवाड़ा2,100
जशपुर22,033
दुर्ग1,65,328
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.