बिलासपुर: शहर मे भी अब लोग सरकारी जमीन को भी नहीं बख्स रहें है. सरकारी जमींन को निजी जमीन बताकर बिक्री करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामले बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र का है.
क्या है पूरा मामला: बिलासपुर के कोनी थाना प्रभारी प्रसाद सिन्हा ने बताया कि "सिटी कोतवाली क्षेत्र के गोलबाजार के रहने वाले मोहम्मद आरिफ पिता गुलाम पारुख ने 16 सितंबर 2022 को रिपोर्ट दर्ज कराया था. शिकायत थी कि प्रवीण पाल नाम के व्यक्ति अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ग्राम रमतला स्थित प.ह.नं 24 के सरकारी जमीन को निजी जमीन बताया. जिसके बाद प्राथी से 28 लाख रुपये लेकर उसे बेचा गया. साथ ही रजिस्ट्री कराकर उससे धोखाधड़ी किया है." मामले में मो आरिफ ने कोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर बेची सरकारी जमीन: इस मामले में कोनी थाना पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की छानबीन कर आरोपी की तलाश में जुटी थी. इसी बीच कोनी पुलिस को मुखबिर से 29 मई 2023 को सूचना मिली कि प्रवीण पाल अपने विवेकानंद नगर मोपका के मकान पर है. सूचना पर पुलिस की टीम ने मौके पर दबिश देकर प्रवीण पाल को पकड़ लिया. जिसे थाने लाकर पूछताछ किया, तो उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अपराध करने की बात स्वीकार की. साथ ही अपने हिस्से के मिले रकम से विवेकानंद नगर में अपनी मां के नाम से मकान लेने की बात कही.
अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस: मामले में पुलिस ने आरोपी प्रवीण पाल को गिरफ्तार कर लिया है और इसकी सूचना उनके परिजन को दी है. जिसके बाद उसे न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया. वहीं मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश मे जुटी है.