बिलासपुर: बिलासपुर के 70 गांव के लोग परेशानी झेल रहे हैं. शुक्रवार की शाम आंधी-तूफान के कारण कानन पेंडारी में बिजली का 90 फीट ऊंचा ईएचटी टावर गिर (Power off due to tower collapse in Bilaspur Kanan Pendari) गया. टावर गिरने के बाद करीब 70 गांवों में बिजली बंद है. रतनपुर, कोटा क्षेत्र सहित 70 गांवों में शुक्रवार रात से बिजली गुल है.
हरकत में आया बिजली विभाग: टावर गिरने की जानकारी मिलने के बाद बिजली विभाग का अमला तुरंत मौके पर पहुंचा और सुधार कार्य में जुट गया. वैकल्पिक व्यवस्था करके कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति का प्रयास किया जा रहा है. बिलासपुर के चकरभाठा से कोटा तक 132 केवी की हाईटेंशन लाइन जाती है. बीती शाम आए चक्रवात के कारण इसका एक टावर गिर गया. इस टावर की ऊंचाई लगभग 90 फीट है. यह टावर 4 टन वजनी था.
टावर गिरने से बिजली प्रभावित: आंधी-तूफान में गिरे टावर से 33 केवी के दर्जन भर विद्युत उपकेंद्रों में सप्लाई बाधित हो गई है. जानकारी मिलने पर तुरंत छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी और ट्रांसमिशन कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे. मुख्यालय से उच्च अधिकारियों ने भी तत्काल विद्युत अमले को रात में ही काम शुरू करने के निर्देश दिये.
70 गांवों की बिजली सेवा बाधित: बिलासपुर रीजन के कार्यपालक निदेशक संजय पटेल ने बताया "इससे लगभग 70 गांव में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हो गई है. ट्रांसमिशन कंपनी के अधिकारियों की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. भिलाई स्थित कर्मशाला से शनिवार को नया टावर लगाने के लिये सामग्री रवाना की जाएगी. इसके बाद नया टावर खड़ा किया जाएगा. 90 फीट ऊंचा टावर खड़ा करने के बाद ईएचटी लाइन जोड़ी जाएगी."