बिलासपुर: जंगलों में लगातार हो रहे वन्यजीवों के शिकार की घटना चिंताजनक है. इसके लिए वन विभाग समय समय पर जागरूकता अभियान के साथ लोगों को वनजीवों की हत्या ना करने समझाइश भी देता रहता है.लेकिन बावजूद कुछ ऐसे लोग हैं जो प्रकृति से छेड़छाड़ कर इस तरह घटना को अंजाम दे रहें हैं.
वन विभाग ने घेराबंदी कर कार्रवाई की: बिलासपुर वन मंडल के डीएफओ कुमार निशांत को सूचना मिली थी कि सोढी गांव सर्किल के जंगल में वनप्राणियों का शिकार किया जा रहा है. भारी मात्रा में वन जीवों की तस्करी चल रही है. जिस पर डीएफओ कुमार निशांत ने सोढी सर्किल के डिप्टी रेंजर हफिज खान को आरोपीयों को पकड़ने निर्देश दिए. जिसके बाद रेंजर हफिज खान ने सोढी और बिटकुला के जंगल में ने घेराबंदी कर कार्रवाई की. टीम ने कार्रवाई में कुछ संदिग्ध लोगों को पकड़कर उनकी तलाशी ली. तब उनके पास से बनबिलाव, कबर बिज्जू और वनप्रजाति के अन्य वन्य प्राणी मिले. पूछताछ के दौरान पता चला कि सोढी के जंगल और पीपरानार में सभी वन प्राणियों को मारने के बाद उसका मांस खाने के लिए थे उपयोग करने वाले थे.
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आरोपियों का बयान किया गया दर्ज: पकड़े गए आरोपी सुनील कोटमीसोनार, भईसतरा बलौदा जांजगीर चांपा के विजय सबरिया, तुलसी सबरिया, अजय, अनिल, प्रेमलाल, अउत, प्रेमलाल, कमल को पकड़कर बिटकुला बीट क्वाटर लाया गया. पकड़े गए सभी लोगों के बयान दर्ज कराने के बाद वन अधिनियम के अंतर्गत उनपर कार्रवाई की गई है. वहीं एक आरोपी फरार हो गया है.