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रसायनिक खाद की वजह से धान की फसल हो रही बर्बाद, लग रहे हैं कीड़े - कीटनाशक

किसानों द्वारा रासायनिक खाद का उपयोग किया जा रहा है, जिससे धान के आए नए पौधों में अनावश्यक कीट दिख रहे हैं.

रसायनिक खाद की वजह से धान की फसल हो रही बर्बाद
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Published : Sep 13, 2019, 3:32 PM IST

बिलासपुर: बारिश की वजह से तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में नदी-नाले और खेत जलमग्न हो गए हैं. वहीं कृषि प्रधान क्षेत्र में खुड़िया बांध भी जलमग्न हो गया है, जिससे खेत में लगे मोटे-पतले धान में कीड़े लग रहे हैं.

रसायनिक खाद की वजह से धान की फसल हो रही बर्बाद

किसानों द्वारा रासायनिक खाद का उपयोग किया जा रहा है, जिससे धान के आए नए पौधों में अनावश्यक कीट दिख रहे हैं. किसानों की अधिकांश फसल बीमारी की वजह से गल कर बर्बाद हो रहे है.

हालांकि कृषि अधिकारी ने किसानों को परेशान न होने की सलाह दी है. साथ ही कृषि विभाग से मिलकर परेशानी से निजात दिलाने की भी बात कही है. वहीं कृषि अधिकारी ने विभागीय तखतपुर, खम्हरिया, सकरी समितियों से भारतीय दवा ईफको (यूरिया) लेनदेन करने के साथ अनावश्यक कीटनाशक में समय और रुपये खर्च न करने की सलाह दी है. इस विषय में कृषि अधिकारी एल पी कौशिक ने उपाय भी बताया है.

बिलासपुर: बारिश की वजह से तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में नदी-नाले और खेत जलमग्न हो गए हैं. वहीं कृषि प्रधान क्षेत्र में खुड़िया बांध भी जलमग्न हो गया है, जिससे खेत में लगे मोटे-पतले धान में कीड़े लग रहे हैं.

रसायनिक खाद की वजह से धान की फसल हो रही बर्बाद

किसानों द्वारा रासायनिक खाद का उपयोग किया जा रहा है, जिससे धान के आए नए पौधों में अनावश्यक कीट दिख रहे हैं. किसानों की अधिकांश फसल बीमारी की वजह से गल कर बर्बाद हो रहे है.

हालांकि कृषि अधिकारी ने किसानों को परेशान न होने की सलाह दी है. साथ ही कृषि विभाग से मिलकर परेशानी से निजात दिलाने की भी बात कही है. वहीं कृषि अधिकारी ने विभागीय तखतपुर, खम्हरिया, सकरी समितियों से भारतीय दवा ईफको (यूरिया) लेनदेन करने के साथ अनावश्यक कीटनाशक में समय और रुपये खर्च न करने की सलाह दी है. इस विषय में कृषि अधिकारी एल पी कौशिक ने उपाय भी बताया है.

Intro:तखतपुर विधान सभा क्षेत्र में नदी नाले नहर खेत जलमग्न हो गए हैं। कृषि प्रधान क्षेत्र में खुडिया बांध ( राजिव गांधी जलाशय ) जलमग्न हो गए हैं जिससे क्षेत्र के सभी खेत में लगे मोटा और पतला धान फसल अनावश्यक कीटनाशक के चपेट में आने लगे हैं।Body:बीमारियों के प्रकार - हफुआ, बदौरी, करगा,धूरसा,बमकी, ब्लास्ट (लालीमा ) जैसे आधा दर्जन बीमारियों से किसान परेशान है। किसानों द्वारा रासायनिक खाद का उपयोग किया जा रहा है जिसका परिणाम में अलग नये नये प्रकार से धान फसल पौधे में अनावश्यक कीट एवं बिमारी दिखाई दे रहा है। अधिकांशतः किसानों का धान फसल बीमारी की वजह से गल कर बर्बाद हो रहा है । चुलघट, करनकापा, पोंडी, बेलपान ,खम्हरिया ,ठाकुरकापा जैसे क्षेत्र में यह बीमारी हर दूसरे खेत में देखें जा सकते हैं। हालाकि इसे कृषि अधिकारी ने किसानों को परेशान ना होने एवं उसका कृषि विभाग से मिलकर निदान करने सलाह दिया। विभागीय तखतपुर, खम्हरिया, सकरी समितियों से भारतीय दवा ईफको (यूरिया) लेन देन करने के साथ ,अनावश्यक कीटनाशक में समय और रुपये खर्च ना करें। Conclusion:इस विषय में कृषि अधिकारी एल पी कौशिक तखतपुर ने उपाय बताया -
रिपोर्ट नरेन्द्र ध्रुव तखतपुर बिलासपुर
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