बिलासपुरः छ्त्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके चकरभाटा पहुंची. जहां राज्यपाल ने धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मानवीय संवेदना के साथ की गई समाज सेवा जीवन में उत्कृष्टता प्रदान करती है. साथ ही कहा कि दीन दुखियों की सेवा से शांति मिलती है और जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को अपने सामर्थ्य अनुसार दीन दुखियों की सेवा अवश्य करनी चाहिए. इसके लिए चकरभाटा सिंधी समाज सेवा धर्म परोपकार और परंपरा के लिए विशेष स्थान रखता है. इस मौके पर सांसद और विधायक विशेष रूप से उपस्थित रहे.
चकरभाटा के श्री सिंधु अमर धाम झूलेलाल मंदिर में विगत कई वर्षों से चालिहो महोत्सव का क्रम चलते आ रहा है. इस बरस भी मंदिर के संत साईं लाल दास जी चालिहो महोत्सव में 40 दिनों का मौन व्रत धारण कर रखें हुए है. महोत्सव के अवसर पर मंदिर परिसर पहुंची राज्यपाल ने संत साईं लाल दास से आशीर्वाद मांगा कि देश और प्रदेश में सुख शांति बनी रहे. उन्होंने अल्प समय के अपने उद्धबोधन में सिंधी समाज की परंपरा और संस्कृति का भी जिक्र किया.
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दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत महामहिम ने दीप प्रज्वलित कर किया. राष्ट्रगान की धुन के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर संत साईं लाल दास और सिंधी समाज की ओर से राज्यपाल का गरिमामय स्वागत किया गया. साथ ही मौके पर उपस्थित सभी अतिथि गणों को समाज की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया. राजधानी से चकरभाटा पहुंची राज्यपाल 1 घंटे के कार्यक्रम के बाद विमान से मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गई. कार्यक्रम के दौरान संभाग और जिले के प्रशासनिक अधिकारी समेत पुलिस के आला अधिकारी और भारी तादाद में पुलिस बल मौजूद रहे.