बिलासपुर: आदिवासियों और सरकार के बीच बढ़ रहे गतिरोध को लेकर विपक्ष भूपेश सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है. (issue of Naxalism) प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा (Former Home Minister Ramsevak Paikra) ने बड़ा बयान दिया है. निजी कार्यक्रम में शामिल होने बिलासपुर पहुंचे पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने नक्सलवाद के मुद्दे पर भूपेश सरकार निशाना साधा है. (Ramsevak Paikra targeted Bhupesh government )
रामसेवक पैकरा ने कहा कि नक्सल इलाकों में नक्सलवाद गांव-गांव तक अपनी पहुंच बना चुका है. नक्सल समस्या के मुद्दे पर राज्य की भूपेश सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है. झूठी घोषणाओं के जरिए कांग्रेस सत्ता में आई है. लोग ढाई सालों में ही कांग्रेस से परेशान हो गए हैं. बस्तर को अलग राज्य बनाने की जरूरत नहीं है. ऐसी मांग लंबे समय से नक्सली कर रहे हैं.
'छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद बढ़ने का कारण कांग्रेस, सरकार और नक्सलियों के बीच समझौता'
पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने बस्तर में नक्सली घटनाओं को लेकर कहा कि, बस्तर कई राज्यों की सीमा से लगा हुआ है. कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. बस्तर के गांव-गांव में नक्सलवाद फैल रहा है. इसे रोकने के लिए सरकार ने कोई प्रयास नहीं किए हैं. यही वजह है कि नक्सलवाद गांव-गांव में फैल रहा है.
बस्तर को अलग राज्य बनाने की मांग
रामसेवक पैकरा ने कहा कि बस्तर को अलग राज्य बनाने की मांग नक्सली कर रहे हैं. अलग राज्य बनाने की जरूरत नहीं है. नक्सलवाद बढ़ रहा है. इसलिए अलग राज्य की बात की जा रही है. छोटे-छोटे राज्य बनाने के पीछे नक्सलियों की साजिश है. नक्सली विकास नहीं चाहते हैं.
भूपेश सरकार पर किए कई प्रहार
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की उपलब्धियों और राज्य सरकार की विफलताओं को लेकर जिला स्तर पर लगातार बीजेपी बैठक कर रही है. हम आने वाले ढाई वर्षों में कांग्रेस सरकार की पिछले ढाई साल की विफलताओं को जनता के सामने उजागर कर रहे हैं. शराबबंदी को लेकर उन्होंने कहा कि, गंगाजल की कसम खाने वाली कांग्रेस आज घर-घर शराब बांट रही है.
पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने भी साधा था निशाना
नक्सलियों से जुड़े मोर्चे पर छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन में गृह मंत्री रहे ननकीराम कंवर (Nankiram Kanwar) ने ETV भारत से खास बातचीत की थी. ननकी ने कहा था कि, गृहमंत्री रहने के दौरान उन्होंने नक्सलवाद (Naxalism) को खत्म करने की कई बार कोशिश की. वे बताते हैं कि जब वे गृहमंत्री (home minister) थे तब उन्होंने तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की थी. लेकिन केंद्र की कांग्रेस सरकार से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला.
उन्होंने कहा था कि, वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) प्रदेश को मांग के अनुरूप फोर्स देने को तैयार है. बावजूद इसके छत्तीसगढ़ सरकार (Government of Chhattisgarh) नक्सलियों के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है.