बिलासपुर : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 21 नई रेल लाइन का सर्वे पूरा कर लिया (Development work in Bilaspur SECR ) है. इन लाइन के निर्माण पर केंद्र सरकार 57 सौ करोड़ रुपए खर्च करेगी. केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ में जल्द ही एनर्जी कॉरिडोर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके तहत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को 57 सौ करोड़ रुपए भी जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. नई रेल लाइन के तैयार होने पर जिन जगहों में अभी ट्रेन नही पहुंच पा रही है. वहां ट्रेनों की लाइन बिछाई जाएंगी. ट्रेन चलाकर जहां रेल मंत्रालय को लाभ होगा. वहीं माल लदान के लिए नए क्षेत्रों का निर्माण हो (21 new rail lines to be built in Bilaspur ) सकेगा.
रेल मंत्रालय को लाभ के साथ ही क्षेत्रों के विकास और यहां के नागरिकों को नए रोजगार के अवसर मिलेंगे. माल लदान के मामले में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने कई कीर्तिमान हासिल किया है. रेल मंत्रालय को लगातार बड़े राजस्व की प्राप्ति SECR से होती है. SECR के कार्य क्षेत्र में पिछले कई सालों से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और ओडिशा में नई रेल लाइन का सर्वे किया जा रहा था. यह सर्वे अब पूरा भी हो चुका है. इन नए रेल लाइन पर 57 सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस राशि से नई लाइन, सिग्नल, बिजली स्टेशन और कई संसाधन तैयार किया जाएंगे.
इस बारे में south East Central Railway के सीपीआरओ साकेत रंजन ने बताया कि '' पिछले दिनों केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह से जीएम बिलासपुर जोन की चर्चा हुई थी. जिसमें जानकारी मिली है कि रेल मंत्रालय मल्टी ट्रैकिंग के लिए काफी गंभीर है. ताकि लदान के साथ ही आम लोगों को रोजगार से जुड़ने का अवसर मिल सके. नई रेल लाइन के लिए रेलवे जल्द ही सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने राज्य सरकार और केंद्र सरकार के साथ ही स्थानीय सरकार के माध्यम से इसे जल्द शुरू करने जा रही है.''
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एनर्जी कॉरिडोर से बिजली संकट दूर होगी : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 21 नई रेल लाइन बनने के बाद कोयला परिवहन को गति मिलेगी. वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से 168 कोयला गाड़ी गुजरती हैं. रैक की कमी होने की वजह से इसे बढ़ाया नहीं जा पा रहा है. चारों राज्यों में 21 नई रेल लाइनों के माध्यम से रैक अधिक मिलने से कोयला परिवहन में आसानी होगी. कोयला आसानी से पावर प्लांट में पहुंचेगा. जिससे बिजली का उत्पादन अधिक होगा.