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कोयले की कमी और बेरोगारी को लेकर SECL मुख्यालय का लोरमी विधायक ने किया घेराव - Chhattisgarh Janata Congress worker

कोयला की कमी और बेरोजगारी को लेकर लोरमी विधायक धरमजीत सिंह (Lormi MLA Dharamjit Singh) ने अपने समर्थकों के साथ SECL मुख्यालय (SECL Headquarters) का घेराव किया.

JCCJ
जेसीसीजे का प्रदर्शन
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Published : Oct 27, 2021, 4:04 PM IST

Updated : Oct 27, 2021, 5:20 PM IST

बिलासपुर: कोयला की कमी और बेरोजगारी को लेकर लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह (Lormi MLA Dharamjit Singh) ने अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (Chhattisgarh Janata Congress) के बैनर तले एसईसीएल मुख्यालय (SECL Headquarters) के सामने किया गया. बढ़ती बेरोजगारी और कोयले की कमी (Rising Unemployment and Coal Shortage) को लेकर विधायक धरमजीत सिंह, एसईसीएल के अधिकारियों का घेराव करने पहुंचे. लेकिन विधायक को गेट के पास ही रोक दिया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता (Chhattisgarh Janata Congress worker) भी विधायक के साथ पहुंचे. धरमजीत सिंह ने तीन सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह

यह भी पढ़ें: बिलासपुर में कोयला की कमी और बेरोजगारी को लेकर JCC (J) का प्रदर्शन

लोरमी विधायक ने लगाया एसईसीएल प्रबंधन पर आरोप

लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने केंद्र सरकार और एसईसीएल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि, एक तो प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है दूसरी तरफ एसईसीएल खदानों में निकलने वाली वैकेंसी भी पूरी नहीं कर रही है. जिन क्षेत्रों में कोयला उत्पादन किया जा रहा है और खदान खोली जा रही है. वहां के लोगों की जमीन अधिग्रहण करने के बाद भी मुवावजा की राशि नहीं दिए जाने और जमीन मालिक के परिवार से एक को नौकरी देने के नियम की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है.

'कोयला ना मिलने से छोटे उद्योग हो जाएंगे बंद'

लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि पिछले दिनों केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी कोरबा के खदानों का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरे पर उन्होंने कहा था कि कोयले की कमी नहीं है. विधायक ने कहा कि कोयले की कमी नहीं है तो फिर छोटे उद्योगों को कोयला क्यों नहीं दिया जा रहा है. कोयला नहीं मिलने की वजह से छोटे उद्योग बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं. ऐसे में छोटे उद्योग और इस्पात संयंत्र बंद होंगे तो वहां के कर्मचारी बेरोजगार होंगे और बेरोजगारी बढ़ेगी.

यह भी पढ़ें: बिलासपुर में सीनियर डॉक्टर ने जूनियर को क्यों जड़ा तमाचा?

'व्यवस्थापन नीति का नहीं हो रहा पालन'

लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने बताया कि, व्यवस्थापन नीति का पालन एसईसीएल द्वारा नहीं किया जा रहा है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिन क्षेत्रों में कोयला खदान खोला गया है वहां के जमीन मालिकों को व्यवस्थापन नीति के तहत उनके जमीन का पैसा और परिवार के सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग

इसके अलावा व्यवस्थापित के परिवार को जमीन खरीद कर देना होता है, लेकिन एसईसीएल व्यवस्थापन नीति का पालन नहीं कर रहा है. इस वजह से जहां छत्तीसगढ़ की जनता की जमीन उनके हाथ से चली जा रही है. वहीं नौकरी नहीं मिलने की. इस वजह से बेरोजगारी भी बढ़ रही है.

मांगों को पूरा नहीं किया तो होगा उग्र आंदोलन

जनता कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ एसईसीएल मुख्यालय का घेराव कर लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने SECL प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा है. मांग पत्र में अंकित मांगों को एसईसीएल प्रबंधन पूरा नहीं करता है तो उग्र आंदोलन की चेतावनी भी विधायक ने एसईसीएल प्रबंधन को दी है.

बिलासपुर: कोयला की कमी और बेरोजगारी को लेकर लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह (Lormi MLA Dharamjit Singh) ने अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (Chhattisgarh Janata Congress) के बैनर तले एसईसीएल मुख्यालय (SECL Headquarters) के सामने किया गया. बढ़ती बेरोजगारी और कोयले की कमी (Rising Unemployment and Coal Shortage) को लेकर विधायक धरमजीत सिंह, एसईसीएल के अधिकारियों का घेराव करने पहुंचे. लेकिन विधायक को गेट के पास ही रोक दिया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता (Chhattisgarh Janata Congress worker) भी विधायक के साथ पहुंचे. धरमजीत सिंह ने तीन सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह

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लोरमी विधायक ने लगाया एसईसीएल प्रबंधन पर आरोप

लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने केंद्र सरकार और एसईसीएल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि, एक तो प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है दूसरी तरफ एसईसीएल खदानों में निकलने वाली वैकेंसी भी पूरी नहीं कर रही है. जिन क्षेत्रों में कोयला उत्पादन किया जा रहा है और खदान खोली जा रही है. वहां के लोगों की जमीन अधिग्रहण करने के बाद भी मुवावजा की राशि नहीं दिए जाने और जमीन मालिक के परिवार से एक को नौकरी देने के नियम की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है.

'कोयला ना मिलने से छोटे उद्योग हो जाएंगे बंद'

लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि पिछले दिनों केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी कोरबा के खदानों का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरे पर उन्होंने कहा था कि कोयले की कमी नहीं है. विधायक ने कहा कि कोयले की कमी नहीं है तो फिर छोटे उद्योगों को कोयला क्यों नहीं दिया जा रहा है. कोयला नहीं मिलने की वजह से छोटे उद्योग बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं. ऐसे में छोटे उद्योग और इस्पात संयंत्र बंद होंगे तो वहां के कर्मचारी बेरोजगार होंगे और बेरोजगारी बढ़ेगी.

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'व्यवस्थापन नीति का नहीं हो रहा पालन'

लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने बताया कि, व्यवस्थापन नीति का पालन एसईसीएल द्वारा नहीं किया जा रहा है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिन क्षेत्रों में कोयला खदान खोला गया है वहां के जमीन मालिकों को व्यवस्थापन नीति के तहत उनके जमीन का पैसा और परिवार के सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग

इसके अलावा व्यवस्थापित के परिवार को जमीन खरीद कर देना होता है, लेकिन एसईसीएल व्यवस्थापन नीति का पालन नहीं कर रहा है. इस वजह से जहां छत्तीसगढ़ की जनता की जमीन उनके हाथ से चली जा रही है. वहीं नौकरी नहीं मिलने की. इस वजह से बेरोजगारी भी बढ़ रही है.

मांगों को पूरा नहीं किया तो होगा उग्र आंदोलन

जनता कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ एसईसीएल मुख्यालय का घेराव कर लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने SECL प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा है. मांग पत्र में अंकित मांगों को एसईसीएल प्रबंधन पूरा नहीं करता है तो उग्र आंदोलन की चेतावनी भी विधायक ने एसईसीएल प्रबंधन को दी है.

Last Updated : Oct 27, 2021, 5:20 PM IST
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