बिलासपुरः नवगठित जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में स्थाई जिला मुख्यालय की मांग को लेकर मरवाही पूर्ण रूप से बंद किया गया. बंद की अगुवाई कर रहे स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर 10 मार्च तक जिला मुख्यालय निर्माण को लेकर निर्णय नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन करेंगे.
इधर, गौरेला के जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोगों ने गुरुकल परिसर में मुख्यालय निर्माण के लिए सहमति जताई है. इसके लिए 25 फरवरी को को मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर नम्रता गांधी को ज्ञापन भी सौंपा गया है. मांग पूरी नहीं होने पर 3 मार्च को धरना प्रदर्शन की बात कही गई है.
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बंद रहा मरवाही
शासन-प्रशासन ने किसी भी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया. जिसके बाद शनिवार को मरवाही में मेडिकल स्टोर और पेट्रोल पंप को छोड़कर सभी दुकानें बंद रही. मरवाही के लोगों ने मुख्यालय मध्य में हो इसकी बात की थी. वहीं एसडीएम मरवाही के माध्यम से ज्ञापन दिया गया है. जिसमें सांसद कोरबा, लोकसभा ज्योत्सना महंत, विधायक मरवाही के के ध्रुव, महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके छत्तीसगढ़, प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल,कलेक्टर गौपेम, नेता प्रतिपक्ष धर्म लाल कौशिक, सुप्रीमो अमित जोगी को सौंपा गया. साथ ही जनप्रतिनिधियों ने कहा कि 3 दिन में शासन-प्रशासन जवाब नहीं देगा तो पूरा सर्वदलीय मंच भूख हड़ताल पर बैठ जाएगा.