बिलासपुर : कोटा थाना क्षेत्र में शराब तस्कर से बड़ी रकम मांगने वाले दो आरक्षकों पर कार्रवाई हुई है. वहीं एक दूसरे मामले में महिला आरक्षक को गोपनीय जानकारी लीक करने पर उसके वेतन से कटौती की गई है. कोटा क्षेत्र में एक सप्ताह पहले कोटा निवासी सुरेंद्र और सोमनाथ साहू कार में 26 पेटी शराब लेकर जा रहे थे. इसी बीच कोटा थाना के आरक्षक मिथिलेश सोनवानी और आशीष वस्त्रकार ने कार में शराब सहित दो लोगों को पकड़ा.आरक्षकों ने उनसे कार्रवाई नहीं करने के बदले एक लाख रुपए की मांग की. तस्करों ने बाद में पैसा देने की बात कही. लेकिन तब तक के लिए आरक्षकों ने गाड़ी में रखी गई शराब को निकलवाकर अपने ठिकाने में छिपा दिया.इसके बाद कार और तस्करों को छोड़ दिया.
थाना प्रभारी को मिली सूचना : आरक्षकों के शराब की पेटियां निकालकर छिपाने और इसके बाद बिना कार्रवाई के शराब तस्करों को छोड़ देने की सूचना थाना प्रभारी तक पहुंच गई. थाना प्रभारी उत्तम साहू ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की.इसके बाद तीन आरोपियों को जेल भेजा.पुलिस की जांच में ये भी पता चला है कि शराब की तस्करी में डिस्टलरी का कर्मचारी भी शामिल है. लिहाजा पुलिस उसकी तलाश कर रही है.वहीं दोनों आरक्षकों को शराब तस्करों को छोड़ने के के लिए जमकर फटकार लगाई गई.वहीं 26 पेटी छिपाई गई शराब को आरक्षकों से जब्त किया गया. वहीं एसपी संतोष सिंह ने आरक्षकों को मौखिक आदेश पर रक्षित केंद्र भेज दिया था.लेकिन प्रारंभिक जांच के बाद आरक्षकों को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है.
महिला आरक्षक भी नहीं है पीछे : एक अन्य मामले में पचपेड़ी थाना में शराब की रेड कार्रवाई में एक महिला आरक्षक ने सूचना लीक की थी. विभागीय जांच के बाद महिला आरक्षक की सूचना लीक करने की जानकारी सही पाई गई.जिसके बाद एसपी ने संचयी प्रभाव से वेतन में कमी कर दी है.वहीं महिला आरक्षक चंदा यादव को पुलिस लाइन में अटैच किया गया है.