बिलासपुर: 8 जून सोमवार से देशभर के मंदिर करीब ढाई महीने बाद खुलेंगे, लेकिन कोटा विधानसभा के सबसे प्रसिद्ध मंदिर रतनपुर महामाया मंदिर में देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अभी और प्रतीक्षा करनी होगी. महामाया मंदिर ट्रस्ट ने फैसला लिया है कि मंदिर को दर्शनार्थियों के लिए 8 जून को नहीं खोला जाएगा, इसके बजाय मंदिर को 15 जून से खोलने की तैयारी ट्रस्ट कर रहा है. इस संबंध में महामाया मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों की अहम बैठक 10 जून को आयोजित की जाएगी. इस बीच रतनपुर के छोटे-बड़े कई मंदिर खुल जाएंगे, जहां की व्यवस्थाओं का आंकलन करने के बाद ही महामाया मंदिर ट्रस्ट कुछ अहम फैसले ले सकता है.
प्रसाद, फूल चढ़ाने की अनुमति नहीं
शासन के गाइडलाइन को फॉलो करते हुए महामाया मंदिर ट्रस्ट ने भी दर्शनार्थियों के लिए कुछ नियम बनाए हैं. सभी को मास्क के साथ ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा, वहीं प्रवेश से पहले हैंड सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा. दर्शनार्थियों को अपने साथ प्रसाद, फूल और चढ़ावे के लिए कुछ भी लाने की अनुमति नहीं होगी. वहीं मंदिर में प्रसाद का वितरण भी नहीं होगा.
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10 साल से कम और 65 साल से ज्यादा के लोगों को प्रवेश नहीं
मंदिर की प्रतिमाओं को स्पर्श करने की अनुमति भी नहीं होगी. एक साथ मंदिर में कितने लोगों को प्रवेश दिया जाएगा यह संख्या भी जल्द ही तय कर ली जाएगी. मंदिर में 10 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. वहीं एक नियमित अंतराल से मंदिर को सैनिटाइज भी कराया जाएगा.
श्रद्धालुओं का किया जाएगा थर्मल टेंपरेचर टेस्ट
मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं का थर्मल टेंपरेचर टेस्ट भी किया जाएगा. यह नियम केवल महामाया मंदिर पर ही नहीं बल्कि ट्रस्ट से संचालित अन्य सभी मंदिरों पर भी लागू होगा, जिसमें लखनी देवी मंदिर भी शामिल है.