बिलासपुर : पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद लगातार उनकी पार्टी छोड़ने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. जोगी कांग्रेस के 5 सौ सदस्यों ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान कर दिया. जोगी कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि ''अजीत जोगी के विजन की पार्टी दिशाविहीन हो गई है. जोगी के निधन के बाद पार्टी का कोई विजन और नेतृत्व नहीं दिख रहा है. प्रदेश अध्यक्ष निष्क्रिय हैं. पार्टी की गतिविधियां शून्य हो गई हैं. कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पदाधिकारी और कार्यकर्ता इससे निराश और असंतुष्ट हैं. लिहाजा प्रदेश अध्यक्ष की निष्क्रियता और पार्टी की शून्यता को देखते हुए बिलासपुर जिला कार्यकारणी 500 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है.''
नेतृत्व की कमी के कारण छोड़ी पार्टी : बिलासपुर लोकसभा अध्यक्ष करण मधुकर और महिला विंग की अध्यक्ष ललिता महिलांगे ने बताया कि ''अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी में विचारधारा का अभाव है. प्रदेश अध्यक्ष की निष्क्रियता, नेतृत्व संकट से निराश होकर पार्टी छोड़ रहे हैं.'' आपको बता दें कि 26 जून 2016 को कांग्रेस से अलग होकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पार्टी का गठन हुआ था. प्रदेश की अस्मिता और छत्तीसगढ़िया के सम्मान के लिए यह पार्टी बनी थी.हजारों लोगों ने सदस्यता ली थी. जब तक वे जीवित रहे पार्टी लगातार बढ़ती गई. लेकिन उनके निधन के बाद पार्टी से लोग दूर होते जा रहे हैं.
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जोगी कांग्रेस का सदस्यता अभियान हो रहा है शुरू : जोगी कांग्रेस का सदस्यता अभियान शनिवार से शुरू हो रहा है. लेकिन पार्टी की सदस्यता शुरू होने के पहले ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी पार्टी छोड़ रहे हैं. यह बातें इस बात की ओर इशारा कर रही है कि पार्टी में कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है. कई कार्यकर्ताओं ने बिना सूचना दिए ही पार्टी छोड़कर दूसरी राजनीतिक पार्टियां ज्वाइन कर ली थी. अब बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं का पार्टी छोड़ना जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के भविष्य पर सवालिया निशान लगा रहा है.