बिलासपुर : बिजली बिल के लगातार बढ़ते भार के बाद अब बिलासपुर नगर निगम ने बिजली की बचत करने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए अब निगम बिना बैटरी के रूफ टॉप सोलर लगाने की तैयारी में (batteryless Roof top solar will installed in Municipal Corporation Bilaspur) है. शहर में ग्रीन एनर्जी के लिहाज से भी निगम इस योजना को महत्वपूर्ण मान रहा है.
नगर निगम पर विद्युत विभाग का 85 करोड़ बकाया
बिलासपुर नगर निगम पर विद्युत विभाग का करीब 85 करोड़ रुपए का (Electricity bill of 85 crores outstanding on Bilaspur Municipal Corporation) बकाया है. ऐसे में निगम पर बिजली बचत कर बिल का भार कम करने का दबाव है. इसे देखते हुए निगम ने अब बिल का भार कम करने बिना बैटरी के रूफ टॉप सोलर लगाने का प्लान तैयार किया है. पहले चरण में इसे निगम के प्रमुख 10 बड़े भवनों में इंस्टॉल किया जाएगा. फिर सीवरेज के सभी पंपिंग स्टेशनों, एसटीपी व अमृत मिशन के डब्ल्यूटीपी में इसे इंस्टॉल किये जाने की योजना है.
थ्रीड पैटर्न पर बिजली का उत्पादन, स्टोर करने की भी सुविधा
रूफ टॉप सोलर से थ्रीड पैटर्न पर बिजली का उत्पादन होगा. साथ ही बिजली के स्टोर किये जाने की भी सुविधा होगी. स्टोर किये गए बिजली का उपयोग बादल और बरसात के समय किया जाएगा. मतलब अब बारिश के समय भी बिजली की समस्या निगम को नहीं होगी. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इन भवनों में खपने वाली बिजली की बचत होगी और निगम पर बिजली का भार भी कम पड़ेगा.
14 करोड़ का आएगा खर्च, ग्रीन एनर्जी की दिशा में कारगर पहल
इसको लेकर नगर निगम आयुक्त अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत प्रोजेक्ट पर 14 करोड़ रुपए खर्च होंगे. रूफ टॉप सोलर लगने के बाद निगम पर बढ़ते बिजली बिल का भार कम होगा. वहीं ग्रीन एनर्जी की दिशा में भी यह एक कारगर पहल साबित होगी.
बिजली विभाग ने काट दी थी लाइट
पिछले दिनों बिजली विभाग ने नगर निगम के एक वार्ड की स्ट्रीट लाइट काट दी थी. लाइट काटने के कारणों के लिए बिजली विभाग ने कहा कि पिछले कई सालों से निगम ने अपने कार्यालयों के साथ ही कई वार्डों की स्ट्रीट लाइट का बिल भी नहीं चुकाया है. यही कारण है कि निगम अपने भवनों की बिजली का बिल बचाने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सोलर प्लेट लगाने की तैयारी में जुट गया है.