बिलासपुर : एटीएम क्लोन गिरोह ने मरवाही के एक शिक्षक के खाते से 5,10,000 और पेंड्रा थाने क्षेत्र के बस्ती बकरा इलाके में पदस्थ कृषि विस्तार अधिकारी के खाते से 1,78,000 पार कर लिया है. पुलिस ने दोनों ही मामलों में 420 का अपराध दर्ज करते हुए तकनीकी टीम से आगे की कार्रवाई की मांग की है.
मामला मरवाही के प्राथमिक शाला का है, जहां प्रधानपाठक पद पर पदस्थ एमपी पवन के साथ हुआ जब एटीएम से पैसा निकालने के लिए मरवाही के भारतीय स्टेट बैंक में पैसा निकालने का प्रयास किया, तो पैसा नहीं निकले. इसके बाद एमपी पवन बिना पैसा निकाले ही वापस अपने घर चले गया और लंबे समय तक उन्हें पैसे की जरूरत नहीं पड़ी और वह पैसा भी नहीं निकाले जब लगभग 2 माह बाद उन्हें पैसों की जरूरत हुई और वह दोबारा एटीएम से पैसा निकलने गए, लेकिन पैसे नहीं निकलने जिसके चलते वह सीधे स्टेट बैंक शाखा गए. जहां पर विड्रोल फॉर्म भरकर उन्होंने पैसा निकालना चाहा पर जब बैंक अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी कि आपके खाते में पैसे ही नहीं है तब उनके होश उड़ गए और वे सीधे मरवाही थाने जाकर मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई.
50 अलग-अलग ट्रांजेक्शन से निकाले गए 5,10,000
पुलिस ने जब डिटेल निकाल कर जानकारी ली तब पता चला कि लगभग 50 अलग-अलग ट्रांजेक्शन कर 5,10,000 खातों से निकाले गए हैं. कुछ के ऑनलाइन शॉपिंग कर ली गई है तो वहीं दूसरा मामला कृषि विस्तार अधिकारी के पद पर पदस्थ छविराम माझी का है.
अरोपी ने किया ऑनलाइन शॉपिंग
जो बस स्टैंड स्थित आईडीबीआई बैंक के शाखा से पैसा निकालने गए थे. उस दौरान उनका एटीएम कार्ड एटीएम में फंस गया जिसके बाद पास खड़े युवक ने मदद का झांसा देकर उसका मशीन में फंसा हुआ एटीएम कार्ड निकाला और वहां से चला गया. दूसरे दिन से छविराम के खाते से पैसा निकलने के साथ ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए 1,78,000 उड़ गए. इसके बाद तत्काल मामले की लिखित शिकायत की गई. वहीं दोनों में पुलिस अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है. पुलिस की टेक्निकल टीम के साथ सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है.