बीजापुर: जिले में पहली बार इंद्रावती रेत खदान को लेकर टेंडर निकाला गया. जिसके तहत तिमेड, चंदुर के रेत खदानों की नीलामी हुई. इसके अलावा मिंगाचल नदी के रेत खदान की नीलामी भी हुई. कुल तीन नीलामी में जिले में पहली बार खनिज विभाग को 33 लाख 60 हजार रुपये का राजस्व मिला. तिमेड, चंदुर, मिंगाचल, के लिए लॉटरी सिस्टम से नाम निकाला गया था. टेंडर प्रक्रिया में छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी गई. रेत खदानों की नीलामी में भाग लेने वालों को दस हजार रुपये का चालान और दो लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट फॉर्म के साथ जमा कराया गया.
तिमेड खदान के लिए 124, चंदुर के लिए 161 और मिंगाचल के लिए 51 फॉर्म जमा किए गए हैं. कुल 336 फार्म जमा हुए हैं जिसमें कुल 33 लाख 60 हजार रुपये का राजस्व इनकम जिला खनिज शाखा के खाते में जमा हुआ है. जिसमें चंदुर से पदमा भदौरिया, तिमेड से सतीश गुप्ता, और मिंगाचल से के साथी को टेंडर मिला.
छत्तीसगढ़ के निवासियों को प्राथमिकता
रेत खदान के टेंडर में छत्तीसगढ़ के निवासियों को ही प्राथमिकता दी गई थी. इस दौरान एक नया मामला सामने आया. तेलंगाना और महाराष्ट्र के लोगों ने छत्तीसगढ़ के लोगों को अपना साथी बना कर फार्म भरवाया गया.