बीजापुर: जिला अस्पताल अब सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है. जहां संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को जगदलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जाता है. इसे लेकर वार्ड नंबर 1 के भाजपा पार्षद नंदू राणा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है.
बता दें कि एक बुजुर्ग महिला का सड़क दुर्घटना में पैर टूट गया था, जिसका इलाज जिला अस्पताल में नहीं हुआ. भाजपा पार्षद ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर हमला बाला है. पार्षद का कहना है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल योजनाओं का प्रचार प्रसार कर वाहवाही लूट रहे हैं. जबकि धरातल पर गरीब जनता तक किसी भी योजना का फायदा नहीं पहुंच रहा है. प्रदेश के हर जिले में मरीजों को रेफर करने के नाम पर लाखों रुपये की बंदरबांट की जाती है. पार्षद का कहना है कि इन सब के बावजूद मुख्यमंत्री बीजापुर जिले के डेल्टा रैंकिंग में पहले स्थान पर होने का दावा करने में लगे हैं.
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घायल महिला का नहीं हुआ इलाज
जेल बड़ा में रहने वाली 60 साल की महिला का एक दुर्घटना में पैर का निचला हिस्सा टूट गया. जिसके इलाज के लिए बीजापुर जिला अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था. इसके बाद पीड़ित महिला को जिला अस्पताल में सुविधाओं का अभाव बताते हुए मेडिकल कॉलेज जगदलपुर रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमण का हवाला देकर बुजुर्ग महिला को बिना किसी इलाज के जगदलपुर भेज दिया गया. जहां घायल महिला के पैरों में पट्टी बांधी गई. लोगों की मानें तो बीजापुर जिला अस्पताल वर्तमान में रेफर सेंटर बनकर रह गया है.
बेहतर इलाज की मांग
पार्षद ने कहा कि शासन-प्रशासन को इस मामले को संज्ञान में लेकर घायल महिला को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जाए. साथ ही जिला अस्पताल की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को तत्काल सुविधाजनक बनाए जाने की मांग की है. ताकि गरीब जनता आसानी से अपना इलाज करवा सकें.