बीजापुर: तररेम थाना क्षेत्र के सिलगेर के जंगलों में शनिवार को पुलिस-नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में कई जवान शहीद हुए. कई जवान के जंगलों में लापता होने की जानकारी भी सामने आई है. ऐसे में फोर्स का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे जवानों में एक जवान का पैर आईईडी (Improvised explosive device) बम के चपेट में आ गया. आईईडी ब्लास्ट में जवान घायल हो गया है.
घटनास्थल से शहीद जवानों के शव को निकालने का काम जारी है. सुरक्षा बल हेलीकॉप्टर के जरिए भी शहीद जवानों के शव को जगदलपुर और रायपुर पहुंचा रहे हैं. हेलीकॉप्टर से शहीद जवानों के शव को ले जाने के बाद सुरक्षा बल वहां से निकल रहे थे. इसी दौरान आईईडी बम की चपेट में आने से जवान घायल हुआ है (soldier injured in IED blast) . फिलहाल जवान बहराल खतरे से बाहर है. घायल जवान को बासागुड़ा में प्राथमिक उपचार के बाद बीजापुर लाये जाने की जानकारी भी सामने आई है.
बीजापुर नक्सली हमला: 22 जवान शहीद, 31 घायल
बीजापुर नक्सली मुठभेड़
छत्तीसगढ़ में 10 दिन के अंदर दूसरा बड़ा नक्सली हमला हुआ है. डीजी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा के मुताबिक शनिवार को हुई मुठभेड़ में अबतक 22 जवान शहीद हुए हैं. करीब 4 घंटे मुठभेड़ चली. नक्सलियों को भी बड़ा नुकसान हुआ है. जोनागुडा जंगल से शहीद जवानों के 20 पार्थिव शवों को हेलीकॉप्टर से जगदलपुर और रायपुर ले जाया जा रहा है.
यहां हुई मुठभेड़
बीजापुर जिले के जोनागुड़ा में शनिवार (3 अप्रैल) को पुलिस-नक्सली के बीज मुठभेड़ हुई है. मुठभेड़ करीब 4 घंटे तक चली. शनिवार को पुलिस को पीएलजीए (People's Liberation Guerrilla Army) के प्लाटून नंबर-1 के नक्सलियों की इलाके में होने की खबर मिली थी. नक्सलियों में हिड़मा के भी शामिल होने की खबर थी. सूचना के बाद पुलिस ने एक ऑपरेशन लॉन्च किया. बीजापुर के 5 कैंप तर्रेम से 760, उसूर से 200, पामेड़ से 195, सुकमा के मिनपा से 483, नरसापुरम से 420 जवानों की टीम रवाना हुई थी. इस मुठभेड़ में 22 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर है. घटना स्थल से एक महिला नक्सली का शव भी मिला है. नक्सलियों ने इस मुठभेड़ में जवानों से कुछ हथियार भी लूट लिए थे. जिनमें ये हथियार शामिल हैं.
- मोर्टार- 1
- इंसास LMG-1
- AK 47 - 3
- SLR- 2