बीजापुर: पुलिस की लगातार कार्रवाई से बौखलाए नक्सली लोगों में दहशत फैलाने के लिए लगातार किसी न किसी कायराना करतूत को अंजाम देने में लगे हुए हैं. नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए सीएएफ के पायनियर प्लाटून में पदस्थ जवान की हत्या कर दी है. जवान की हत्या के बाद से ग्रामीणों में दहशत है.
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने 5 दिन पहले जवान का अपहरण किया था. 5 दिन तक जवान का कुछ पता नहीं चल पाया. वहीं शुक्रवार को जवान की हत्या कर शव को गंगालूर-बीजापुर मार्ग पर बीच सड़क पर फेंक दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने शव के पास से नक्सली पर्चा भी बरामद किया है. पर्चे पर गंगालूर एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है. फिलहाल पुलिस घटनास्थल का मुआयना कर रही है.
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4 ग्रामीणों की निर्ममता से हत्या
बीजापुर में नक्सलियों ने एक महीने के अंदर 8 लोगों की हत्या कर दी है. इसमें जवानों के साथ-साथ ग्रामीण भी शामिल हैं. नक्सलियों द्वारा लगातार इस तरह की वारदात को अंजाम दिए जाने से ग्रामीणों में दहशत है. इससे पहले नक्सलियों ने तोयनार में पदस्थ एक जवान की हत्या कर दी थी. नक्सलियों ने बीजापुर में 4 ग्रामीणों की निर्ममतापूर्वक हत्या की थी.
छत्तीसगढ़ में नक्सली वारदात
- 11 सितंबर को नक्सलियों ने बीजापुर में इंद्रावती टाइगर रिजर्व के रेंजर की हत्या कर दी.
- 10 सितंबर को दो परिवारों को गांव से बाहर निकालने का फरमान सुनाया है. इसमें एक पुलिसकर्मी का परिवार भी शामिल है.
- 5 सितंबर को नक्सलियों ने बीजापुर के गंगालूर इलाके में 4 ग्रामीणों की हत्या कर दी है.
- 3 सितंबर को दंतेवाड़ा के हिरौली इलाके में नक्सलियों ने 2 युवकों की हत्या कर दी है.
- 30 अगस्त को बीजापुर में नक्सलियों ने एक एएसआई की हत्या कर दी.
- 8 अप्रैल को सुकमा के फूलबागड़ी में एक युवक की नक्सलियों ने हत्या की.
- 15 जुलाई को कुकानार थाना क्षेत्र के कुटरू गांव में एक युवक की हत्या.
5 साल में नक्सली हिंसा में 1000 लोगों की गई जान
पिछले 5 साल में प्रदेशभर में नक्सली हिंसा में 1000 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें 314 आम लोग भी शामिल हैं. इनका नक्सल आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था. वहीं 220 जवान शहीद हुए हैं, साथ ही 466 नक्सली भी मुठभेड़ में मारे गए हैं.