बीजापुर: बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी भरने की समस्या सामने आ रही है. जिले के मद्देड पंचायत में मुख्य मार्ग में बारिश के बाद पानी भर गया है. बता दें कि यहां सड़क चौड़ीकरण और डामरीकरण के बाद से नालियां नहीं बनाई गई हैं. ऐसे में पानी के निकासी के लिए जगह नहीं है, इस वजह से मानसून की पहली बारिश में ही समस्या सामने आने लगी है. ऐसे हालात में ग्रामीण आने वाले दिनों में होने वाली समस्याओं को सोचकर चिंतित हैं. बता दें नए सड़क निर्माण के बाद इन ग्रामीणों को अपने घरों को छोड़ना था, लेकिन इनका कहना है कि सरकार ने अब तक मुआवजा नहीं दिया है.
हाल के दिनों में हुई बारिश में पानी यहां बनी दुकानों और घरों के अंदर तक आ गया है. ऐसे में दुकानदार और मुख्य मार्ग के करीब रह रहे लोग काफी परेशान हैं. पिछली बारिश में भी यहां के हालात लगभग ऐसे ही थे. आलम यह है कि, पहली बारिश में लोगों को अपने सामानों को घरों के अंदर ऊंचाई पर रखना पड़ रहा है. बता दें यहां के ग्रामीण पिछले कई साल से पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं.
मुआवजे के बिना कहां जाएं
जानकारी के मुताबिक मद्देड पंचायत से होकर जाने वाले नेशनल हाईवे के निर्माण के समय सड़क से 15 मीटर पर बने मकान और दुकानों को छोड़ने के आदेश जारी किए थे. सरकार ने इसके लिए मुआवजा देने की बात भी कही थी, लेकिन अभी तक महज 20 % ही मुआवजा दिया गया है. ऐसे में दुकानदार और रहवासी अपना दूसरा मकान नहीं बना पा रहे हैं. सड़क पहले की अपेक्षा ऊंची हो गई है. ग्रामीण प्रशासन की अनदेखी के शिकार हो रहे हैं.
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ज्ञापन की तैयारी
ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर तत्कालीन कलेक्टर को ज्ञापन दिया था. जिसपर उन्हें समस्या के जल्द निपटाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन कलेक्टर का ट्रांसफर हो गया है. ग्रामीण नए कलेक्टर को पानी, बिजली, निकासी जैसी कई समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे हैं.