बीजापुर: गंगालुर इलाके से अगवा हुए ASI का अब तक पता नहीं चल सका है. एएसआई की पत्नी ने नक्सलियों से अपील करते हुए कहा है कि उनके पति को छोड़ दें. उनपर परिवार की बहुत सारी जिम्मेदारियां हैं. जवान की पत्नी ने आम लोगों के साथ समाज के वरिष्ठ और प्रतिष्ठित लोगों से भी मदद की अपील की है.
गंगालूर थाना क्षेत्र के पालनार के रहने वाले ASI मुरली ताती का बुधवार को नक्सलियों ने अपहरण कर लिया है. वे जगदलपुर में पदस्थ हैं. अबतक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. मुरली ताती की पत्नी मैनु ताती ने नक्सलियों से रिहाई की गुहार लगाते हुए कहा है कि वे कई महीनों से ड्यूटी नहीं जा रहे हैं. वे बीते कुछ दिनों से परेशान चल रहे हैं.
बच्चे पर रहम करें नक्सली: जवान की पत्नी
मैनु ताती ने बताया कि जवान मुरली ताती घर में रह रहे थे, एक दिन अचानक घर से निकल गए थे. जिसके बाद उन्हें पता चला कि नक्सलियों ने उनके पति का अपहरण कर लिया है. मुरली ताती की पत्नी मैनु ताती ने नक्सलियों से अपील करते हुए कहा कि वे कई महीनों से ड्यूटी नहीं गए और वेतन भी नहीं मिल रहा. इसे लेकर घर में सब परेशान हैं. नक्सली उन्हें और उनके बच्चे की हालत को देखते हुए जवान मुरली ताती के रिहा कर दें.
मेले से अगवा हुए ASI मुरली ताती
ASI मुरली ताती की तलाश के लिए बुधवार देर रात गंगालूर थाने से टीम रवाना हुई है. पालनार इलाके से मुरली ताती का अपहरण हुआ था, जो धुर नक्सल प्रभावित इलाका है. जानकारी के अनुसार, एएसआई मुरली ताती 40 दिन पहले ही पालनार आए थे. वे बुधवार को गांव के मेले में घूमने गए थे. इसी दौरान शाम 4 बजे मेले से नक्सलियों ने उनका अपहरण कर लिया है. रणनीति बनाकर ASI ताती की तलाश जारी है. मुरली ताती जगदलपुर के पास कोलिंग थाने में पदस्थ थे. वहां से उन्हें जगदलपुर लाइन अटैच कर दिया गया था, इसके बाद ही ASI अपने गांव बीजापुर जिले के गंगालूर थाना अंतर्गत पालनार आए हुए थे.
बीजापुर: अगवा ASI मुरली ताती का अब तक कोई सुराग नहीं
नक्सली लगातार ऐसी वारदातों को दे रहे अंजाम
लगातार नक्सली इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. नक्सलियों ने 19 अप्रैल को सुकमा में दो युवकों को पहले अगवा किया फिर उसकी हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि दोनों युवकों के परिवारवाले पुलिस विभाग से जुड़े थे. जिन दो युवकों की नक्सलियों ने हत्या की थी, उनमें एक का भाई बस्तरिया बटालियन में काम करता है. दूसरे के पिता ने नक्सलियों की धमकी के बाद पुलिस की नौकरी छोड़ दी है. नक्सलियों ने दोनों युवकों को रात में अगवा कर लिया था. इसके बाद गांव के बाहर ले जाकर दोनों की हत्या कर दी. युवकों के शव को जगरगुंडा और नरसापुर के बीच मिलमपल्ली जाने वाली सड़क पर फेंक दिया. इससे पहले नारायणपुर में 17 अप्रैल को नक्सलियों ने अबूझमाड़ के ग्राम पंचायत सचिव हरक चौधरी की भी निर्मम हत्या कर दी थी.