बिलासपुर: तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) ने शुक्रवार को बिरसा मुंडा की 144वीं जयंती मनाई. वहीं जयस अध्यक्ष ने आदिवासी कल्याण फंड ना मिलने पर प्रशासन पर आरोप भी लगाए है.
जयस अध्यक्ष ने लगाया प्रशासन पर आरोप
बता दें कि आदिवासियों के इतिहास के क्रांतिकारी, युवा समाजसेवी, क्रांतीवीर बिरसा मुंडा का 144वां जयंती ग्रामीण युवाओं और बच्चों ने पारम्परिक रीति-रिवाज और धर्म संस्कृति के साथ बड़े उत्साह से मनाया.
आदिवासी युवाओं में नाराजगी
देश में जहां एक ओर किसी भी क्रांतिकारी के जयंती पर शासन-प्रशासन की ओर से कार्यक्रम को सफल बनाने के लिेए सहयोग दिया जाता है, वहीं दूसरी ओर आदिवासियों के युवा क्रांतिकारी के जयंती पर प्रशासन की ओर से सहयोग नहीं मिलने से तखतपुर क्षेत्र के आदिवासी युवाओं में नाराजगी है.
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भारतीय आदिवासियों के साथ छत्तीसगढ़ को आदिवासियों का गढ़ माना जाता है, लेकिन क्षेत्र में आदिवासी विकास पर उनके अनुयायी के लिए सर्वसुविधा नहीं मिल पा रही है, जहां क्रांतिकारी समाज के युवा क्रांतिवीर ने समाज के लिए 25 साल की उम्र में समाज के प्रति निष्ठावान रहें और आदिवासियों के हक के लिए आंदोलन किए, जागरूकता अभियान चलाए. आदिवासी विकास का नींव डाली. ऐसे महान युवा क्रांतिकारी के जयंती पर शासन-प्रशासन की ओर से ग्रामीण आदिवासियों को सिर्फ 9 अगस्त के दिन विश्व आदिवासी दिवस मनाने का संयुक्त राष्ट्र संघ से अधिकार मिल पाया है, लेकिन आदिवासियों के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और महान वीर योद्धा के नाम पर गुढ़ी विकास का कार्य शून्य है.