बीजापुर : छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है.बस्तर में भी बारिश का बड़ा असर हुआ है. बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. बीजापुर के भोपालपटनम में भी मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. बारिश के कारण तीन वार्डों के घरों में पानी घुस आया है. बारिश का पानी जैसे ही घरों में घुसा वैसे ही राहत और बचाव दल की टीम मौके पर पहुंची. लोगों को घरों से निकालकर राहत शिविर में पहुंचाया गया.
पोटाकेबिन भी हुआ जलमग्न : बारिश के कारण कन्या आश्रम और पोटाकेबिन्स में भी पानी घुस गया. नगर के रालापल्ली, सड्रापारा और छोटा तालाब पारा में पानी घरों के अंदर घुस गया.जिससे पूरी कॉलोनी जलमग्न हो गई. इन कॉलोनियों में बाढ़ जैसे हालात बन गए. जिन लोगों के घरों में पानी घुसा था. वहां के लोगों को रेस्क्यू टीम ने राहत शिविर तक लाने के लिए मेहनत की.
एसपी और कलेक्टर ने लिया जायजा : बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा और एसपी आंजनेय वाष्णेय भी पीड़ितों से मिलने प्रभावित स्थल पहुंचे. बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी की निकासी के संबंध में कलेक्टर ने तहसीलदार और सीएमओ को निर्देश दिए हैं. बताया गया है कि रात बारिश के पानी ने 29 मकानों को आंशिक तौर पर क्षति पहुंचाया है. वहीं संभावना है कि 10 मकानों को आर्थिक क्षति हुई है.
राहत शिविरों में पहुंचाई जा रही मदद : प्रशासन की ओर से सामुदायिक भवन में लगाए गए राहत शिविर मे 22 व्यक्तियों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था की गई हैं. इस दौरान बीजापुर एसडीएम पवन कुमार प्रेमी, तहसीलदार सूर्यकांत, नगर पालिका अधिकारी बीआर सोनबेर ने सड्रापारा नाले के किनारे बसे लोगों को राहत शिविर में पहुंचाने का काम किया.
जिले में लगातार मूसलाधार बारिश के कारण कई इलाके पानी में डूबे हैं. पेगड़ापल्ली में बालक पोटाकेबिन आवसीय शाला में पानी भर गया. वहीं भोपालपटनम और मद्देड के बीच पेगड़ापल्ली के पास राष्ट्रीय राजमार्ग भी बारिश के कारण प्रभावित हुआ. जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई.