बीजापुर: छत्तीसगढ़ का नक्सल प्रभावित जिला माने जाने वाले बीजापुर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी के साथ जुटी हुई है. अस्पताल में किसी भी चीज और सुविधा की कमी न हो इसके लिए लगातार निगरानी रखी जा रही है. ETV भारत ने जब बीजापुर के सरकारी अस्पताल की पड़ताल की तो पाया की जिले में स्वास्थ्य विभाग कोरोना संकट से निपटने के लिए तैयार है.
बीजापुर जिले में समुदायिक केंद्र की संख्या 5 है, तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की संख्या 10. इसके साथ ही 87 उप-स्वास्थ्य केंद्र हैं. इसके अलावा पर्याप्त एंबुलेंस की सुविधा भी है. एंबुलेंस के तौर पर 108 के लिए 6, 102 के लिए पांच एंबुलेंस रखी गई हैं. इसके साथ ही तीन एंबुलेंस रेगुलर यूज के लिए रखी गई हैं. जिला अस्पताल में आईसीयू से संबंधित सभी उपकरण हैं और वेंटिलेटर की संख्या दो है. अस्पताल को और वेंटिलेटर की जरूरत है. जिसे लेकर CMO ने बताया कि उच्च अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है, बहुत जल्दी उपलब्ध हो जाएगा.
नहीं मिला कोई संदिग्ध
जिले में स्वास्थ्य अमले की पूरी टीम चारों ब्लॉक भोपालपट्टमन, उसूर, भैरमगढ़ और बीजापुर में बड़ी मुस्तैदी के साथ लगी हुई है. हर तरफ कड़ी निगरानी रखने की वजह से कोरोना वायरस से संक्रमित या उससे संबंधित किसी भी तरह का कोई भी मरीज नहीं पहुंचा हैं. फिर भी इमरजेंसी सुविधा को देखते हुए एक OPD का इंतजाम है., लेकिन अब तक वहां किसी भी बीमारी को लेकर कोई मरीज नहीं पहुंचा है.
स्वास्थ्य किट के साथ 70 सीटों की व्यवस्था
अब तक किसी भी तरह का कोई मरीज नहीं होने की वजह से यहां परेशानी की कोई बात नहीं है, लेकिन व्यवस्था के तौर पर लाइवलीहुड कॉलेज में 70 सीटों की व्यवस्था कर दी गई है. इसके साथ ही अस्पताल में सरकारी योजनाओं से कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्मार्ट कार्ड से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूरी व्यवस्था रखी गई है और स्वास्थ्य किट भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.