बीजापुर: पूरा विश्व कोविड-19 महामारी के प्रकोप से जूझ रहा है. लोगों की जिंदगी बचाना एक बड़ी चुनौती बन गया है, बावजूद इसके लोग लॉकडाउन के नियमों का धज्जियां उड़ाने में जुटे हुए हैं.
दरअसल, कल देर रात तेलंगाना से 7 लोग बीजापुर पहुंचे थे, जो सुबह शहर की सड़कों पर घूमते नजर आए. ये सामानों की खरीदी के लिए दुकानों पर भी देखे गए. वहीं कुछ अन्य लोग आंध्र प्रदेश से भी आए थे. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस ने आनन-फानन में 7 कामगारों को 'होटल जी आर पैलेस', 13 लोगों को जैतालुर और 11 लोगों को जेलबाड़ा यानि कुल 31 लोगों को अगले 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन कर दिया है.
मीडिया से बात करने से कतरा रहे खरीदार
जानकारी के मुताबिक कल देर रात तेलंगाना के करीमनगर, मुलगु जिले से 5 बाइक पर 7 तेंदूपत्ता खरीदार बीजापुर पहुंचे थे, जिन्हें प्रदेश सरकार की कोरोना पर गाइडलाइन के अनुसार देर रात क्वॉरेंटाइन किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया था. सभी को सुबह तकरीबन 8.30 बजे सड़क किनारे घूमते देखा गया था, जिसके बाद वहां वन मंडलाधिकारी डीके साहू पहुंचे, जो बिना सतर्कता बरते उनसे बातचीत करने लगे. वहीं मीडिया के पहुंचते ही तेंदूपत्ता खरीदार कैमरे से दूर भागने लगे और बात करने से इंकार कर दिया.
प्रमाण मिलने पर होगी कार्रवाई
मामले में कलेक्टर बीजापुर केडी कुंजाम ने कहा कि पहले एक समिति पर 5 लोगों को पास जारी किया गया था, लेकिन अब प्रति समिति ठेकेदार और एक सहायक को ही पास जारी किया जाएगा. सुबह कामगारों के सड़क पर घूमने के सवाल पर कलेक्टर ने कहा कि अगर उनके सड़क पर घूमते हुए प्रमाण या वीडियो मिले, तो धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी.