बीजापुर: नक्सल विरोधी अभियान के तहत थाना कुटरू से डीआरजी और थाना के संयुक्त बल मिनगाचल नदी के किनारे तेलीपेंटा और दरभा की ओर निकले थे. इस दौरान मिनगाचल नदी के किनारे दरभा के पास नीला टेंट लगा पाया गया. जहां घेराबंदी कर टेंट से 3 संदिग्धों को पकड़ा गया. जिनके कब्जे से नक्सली बैनर, नक्सली पर्चा, नोट बुक, चाकू, पटाखे और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई. पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ की गई. जिसमें उन्होंने अपना नाम संतु सोढी, रामलु कुहरामी और लक्ष्मी पोडियाम बताया.
आरोपियों ने 31 अगस्त 2020 को थाना कुटरू में पदस्थ सउनि कोरसा नागैया की हत्या में शामिल होना भी कबूल किया है. आरोपियों को थाना कुटरू में गिरफ्तारी के बाद रिमांड पर न्यायालय बीजापुर पेश किया गया. जहां के सभी को जेल भेज दिया गया है.
बीजापुर में नक्सलियों की खोजबीन लगातार जारी है. सूचना मिलते ही पुलिस का दल रवाना हो रहा है. पुलिस भी अपने मुखबिरों को सक्रिय करते हुए नक्सलियों को खदेड़ने का पुख्ता प्लान बनाया है.
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एक दिन पहले ही मुरकीनार से केन्द्रीय रिजर्व पुलिस 229 का बल और आरओपी पार्टी आवापल्ली की ओर रवाना हुई थी. आवापल्ली से वापसी के समय पुसगुड़ी के पास नक्सली पुलिस पार्टी को क्षति पहुंचाने के लिए IED प्लांट करने की जुगत में थे, लेकिन टीम को देखकर वे बैग में रखे टिफिन बम को छोड़कर भाग खड़े हुए.
IED बरामद कर किया निष्क्रिय
बीजापुर बीडीएस की टीम ने मौके से बैग की सुरक्षित चेकिंग कर 4 किलोग्राम एक IED, 2 किलोग्राम के 2 टिफिन बम और 1 पाइप बम बरामद किया है. साथ ही बैग से बिजली का तार, डेटोनेटर, बैटरी, स्विच, 2 पिट्ठू और दैनिक उपयोग की सामग्री मिली. बीडीएस टीम ने मौके पर ही बरामद आईईडी को निष्क्रिय कर दिया था.