बेमेतरा: जिले में बारिश के बाद अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है. उमस से सांप, बिच्छू और जहरीले जीव अपने ठिकानों से निकल कर लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. अस्पताल में रोजाना जहरीले जीव के काटने से पीड़ित इलाज के लिए पहुंच रहे हैं.
जिला अस्पताल के आंखड़ों के हिसाब से 1 अगस्त से लेकर 15 सितंबर तक (डेढ़ महीने) में 84 ऐसे मरीज हैं, जो सांप और बिच्छू के दंश के शिकार हुए हैं. इनमें से 30 मरीज गंभीर पाए गए जिन्हें रायपुर रेफर किया गया है. ज्यादातर मरीज किसान हैं, जो कृषि कार्य करने के दौरान जहरीले जीव जंतुओं के शिकार हुए हैं.
अस्पतालों में सर्पदंश के बढ़ रहे मरीज
किसान और मजदूर गांवों में अंधविश्वास होने के कारण मरीज को अस्पताल की जगह झाड़-फूंक से उपचार कराते है और उनकी जान चली जाती है. पीड़िता रेखा रजक (30) निवासी सीतापार सनकपाट को सांप ने खेत में डस लिया था, वहीं सरोज साहू (40) निवासी रांका कठियां को निंदाई करने के दौरान बिच्छू ने डंक मारा था लिया था.
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अस्पताल में मौजूद हैं संबंधित दवाएं
मुख्य स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश शर्मा ने बताया कि 'बरसात के मौसम में ऐसे मामले ज्यादा आते हैं. इस तरह के केस में मरीज को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल ले जाना चाहिए. शासकीय चिकित्सालय में इससे संबंधित दवाएं उपलब्ध हैं.