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आज भी जहन में ताजा है 'मिसाइल मैन' की वो यादें, जानिए कलाम के कायल इन शिक्षकों की जुबानी - बेमेतरा

पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम 2013 में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के लिए बेमेतरा आए थे. उनका प्रेणात्मक भाषण आज भी बेमेतरा वासियों के दिलों में जिंदा है.

डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम 2013 में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के लिए बेमेतरा आए थे
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Published : Sep 5, 2019, 10:34 AM IST

Updated : Sep 5, 2019, 2:11 PM IST

बेमेतरा: पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को हर वर्ष भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. गुरु के समर्पण, त्याग और दिए गए ज्ञान के प्रति आभार व्यक्त किए जाना वाला दिन बेमेतरा वासियों के लिए और भी खास है.

डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम 2013 में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के लिए बेमेतरा आए थे

पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम 2013 में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के अवसर पर बेमेतरा आये थे. उनके वाक्य आई कैन डू ईट, यू कैन डू इट, इंडिया कैन डू ईट मानो आज भी लोगों के जहन में गूंज रहा है.

डॉ कलाम ने नगर के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में अपने भाषण के माध्यम से बच्चों को माता-पिता और शिक्षकों का सम्मान करने की सलाह दी थी.

पढ़ें :SPECIAL: उस शिक्षक को सलाम, जिसकी मेहनत ने दिलाई सरगुजिहा बोली को विशेष पहचान

प्रेरित हुए ये शिक्षक

कलाम साहब के हाथों सम्मानित मरका स्कूल के शिक्षक भूषण लाल साहू ने कहा कि 'उनके हाथों सम्मानित होना जीवन का अविस्मरणीय पल है. उनका भाषण सभी के लिए प्रेणनादायक था. वहीं से उन्हें प्रेणना मिली और आज वे पौधें रोप कर हरियाली अभियान चला रहे हैं'.

आज भी याद हैं कलाम के कहे शब्द

राज्यपाल पुरुस्कार से सम्मानित अंधियारखोर स्कूल के शिक्षक सुनील झा ने कलाम साहब को याद करते हुए कहा कि 'कलाम साहब के सरल भाषण और बच्चों के प्रति उनका प्रेम देखकर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. बेमेतरा रेस्ट हाउस में उनके द्वारा लगाया गए रुद्राक्ष का वृक्ष आज भी उस गौरव के पल का साक्षी है'.

पढें :अपराधियों से लड़ने वाले पुलिसवाले में भूतों का आतंक, अपना रहे टोटके

कलाम के भाषण के अंश

'मुझे बेमेतरा में शिक्षक दिवस समारोह में भाग लेते हुए प्रसन्नता हो रही है. शिक्षक इस बात का संकल्प ले कि वे छात्रों को समान रूप से पढ़ाएंगे किसी भी सूरत में धर्म और जाति को व्यवहार में नही लाएंगे. छात्रों के सफलता पर प्रोत्साहन देंगे और आपके योगदान से राष्ट्र का विकास होगा'.

बेमेतरा: पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को हर वर्ष भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. गुरु के समर्पण, त्याग और दिए गए ज्ञान के प्रति आभार व्यक्त किए जाना वाला दिन बेमेतरा वासियों के लिए और भी खास है.

डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम 2013 में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के लिए बेमेतरा आए थे

पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम 2013 में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के अवसर पर बेमेतरा आये थे. उनके वाक्य आई कैन डू ईट, यू कैन डू इट, इंडिया कैन डू ईट मानो आज भी लोगों के जहन में गूंज रहा है.

डॉ कलाम ने नगर के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में अपने भाषण के माध्यम से बच्चों को माता-पिता और शिक्षकों का सम्मान करने की सलाह दी थी.

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प्रेरित हुए ये शिक्षक

कलाम साहब के हाथों सम्मानित मरका स्कूल के शिक्षक भूषण लाल साहू ने कहा कि 'उनके हाथों सम्मानित होना जीवन का अविस्मरणीय पल है. उनका भाषण सभी के लिए प्रेणनादायक था. वहीं से उन्हें प्रेणना मिली और आज वे पौधें रोप कर हरियाली अभियान चला रहे हैं'.

आज भी याद हैं कलाम के कहे शब्द

राज्यपाल पुरुस्कार से सम्मानित अंधियारखोर स्कूल के शिक्षक सुनील झा ने कलाम साहब को याद करते हुए कहा कि 'कलाम साहब के सरल भाषण और बच्चों के प्रति उनका प्रेम देखकर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. बेमेतरा रेस्ट हाउस में उनके द्वारा लगाया गए रुद्राक्ष का वृक्ष आज भी उस गौरव के पल का साक्षी है'.

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कलाम के भाषण के अंश

'मुझे बेमेतरा में शिक्षक दिवस समारोह में भाग लेते हुए प्रसन्नता हो रही है. शिक्षक इस बात का संकल्प ले कि वे छात्रों को समान रूप से पढ़ाएंगे किसी भी सूरत में धर्म और जाति को व्यवहार में नही लाएंगे. छात्रों के सफलता पर प्रोत्साहन देंगे और आपके योगदान से राष्ट्र का विकास होगा'.

Intro:एंकर-पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न एवम प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम 12 सितंबर 2013 को शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के अवसर पर बेमेतरा आये थे। नगर के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में उनके वाक्य आई केन डू ईट,यू केन डू इट,इंडिया केन डू ईट मानो आज भी लोगो के जहन में गूंज रहे हो।Body:डॉ कलाम ने जिले के 26 सेवानिवृत्त शिक्षको एवम 22 प्रतिभाशाली छात्र छात्रों को सम्मान दिया था।डॉ कलाम ने नगर के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान एवम कृषि उपज मंडी में इंग्लिश में भाषण दिया था जिसमे पोयम के माध्यम से उन्होंने बच्चों को माता पिता एवम शिक्षको को श्रेष्ठ मानकर कार्य करने की सलाह दी थी और कुछ प्रश्न भी पूछे थे वही बच्चो ने भी डॉ कलाम से प्रश्न पूछे थे।डॉ कलाम ने अपने भाषण में कहां था कि मुझे बेमेतरा में शिक्षक दिवस समारोह में भाग लेते हुये प्रसन्नता हो रही है आप लोगो के बीच मुझे अच्छा लग रहा है ।उन्होंने कहाँ था कि शिक्षक इस बात का संकल्प ले कि वे छात्रों को समान रूप से पढ़ाएंगे किसी भी सूरत में धर्म और जाति को व्यवहार में नही लाएंगे छात्रों के सफलता पर प्रोत्साहन देंगे व जीवन मे ऐसा योगदान देंगे कि राष्ट्र का विकास हो सके।
Conclusion:कलाम साहब के हाथों सम्मानित मरका स्कूल के शिक्षक भूषण लाल साहू ने बताया कि मुझे कलाम साहब के हाथों सम्मानित किया था वो पल मेरे लिए अविस्मरणीय है कलाम साहब का भाषण सभी के लिए प्रेणात्मक था वही से मुझे प्रेणना मिली और आज में वृक्ष रोप कर हरियाली अभियान चला रहा हूं। राज्यपाल पुरुस्कार से सम्मानित अँधियारखोर स्कूल के शिक्षक सुनील झा ने बताया कि राष्ट्रपति कलाम जब आये थे तब मैं अपने शाला के 5 बच्चों को लेकर गया था बच्चो ने कलाम साहब से प्रश्न पूछे थे कलाम साहब के सरल भाषण एवम बच्चो के प्रति प्रेम देखकर मुझे सीखने का अवसर मिला ।बेमेतरा रेस्ट हाउस में उनके द्वारा लगाये गए रुद्राक्ष का वृक्ष आज भी उस गौरव पल का साक्षी है कलाम साहब के भाषण से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला उसी के परिणामस्वरूप 2016 में मुझे राज्यपाल पुरुस्कार मिला है
बाईट-भूषण लाल साहू डॉ कलाम से सम्मानित शिक्षक,
बाईट-सुनील झा राज्यपाल पुरुस्कृत शिक्षक
Last Updated : Sep 5, 2019, 2:11 PM IST
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